जाफराबाद हिंसा: चार्जशीट में दावा- दरवाजे में करंट छोड़ने के शेयर हुए थे मैसेज

नई दिल्ली, 02 जून 2020,दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मंगलवार यानी 2 जून को कड़कड़डूमा कोर्ट में जाफराबाद हिंसा मामले में चार्जशीट दाखिल की है. क्राइम ब्रांच ने चार्जशीट में कई बड़े खुलासे किए हैं. चार्जशीट में क्राइम ब्रांच ने बताया कि दंगे के दौरान महिलाओं को वॉट्सएप ग्रुप से कई संदेश भेजे गए थे. दिल्ली के जाफराबाद हिंसा मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने कड़कड़डूमा कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है जिसमें 12 लोगों को आरोपी बनाया गया है. इस हिंसा में 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस की जांच में पता चला कि दंगा फैलाने के मामले में गहरी साजिश रची गई थी. महिलाओं को व्हाट्सएप ग्रुप में मिले थे भड़काऊ मैसेज मुख्य आरोपी नताशा नरवाल, देवांगना कलिता को बनाया गया था. ये पिंजरा तोड़ ग्रुप से जुड़ी हुई है. जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास हुए दंगे में उनका काफी अहम रोल था. ये दोनों इंडिया अगेंस्ट हेट ग्रुप से भी जुड़ी हुई थीं. JNU के छात्र उमर खालिद से जुड़ी हुई थीं. इनके वॉट्सएप ग्रुप चैट से जांच में पुलिस को दंगा फैलाने के सबूत मिले हैं. ये सबूत एक आरोपी के फोन से मिले थे. इसी ग्रुप के वॉट्सएप मैसेज से पुलिस के द्वारा खुलासा किया गया कि इन लोगों ने बड़े पैमाने पर मैसेज भेजा कि दंगों के दौरान घर की औरतों को क्या करना चाहिए. मैसेज में लिखा गया था- 'घर में खौलता हुआ तेल, या पानी रखें. बिल्डिंग के सीढ़ियों पर तेल, शैम्पू या सर्फ गिरा दें. लाल मिर्च का इस्तेमाल करें. दरवाजों को मजबूत करें और गेट बंद करें. तेजाब की बोतल घर में रखें. घर की छत और बालकनी में ईंट ओर पत्थर रखें. कार और बाइक से पेट्रोल निकाल कर रखें.' वॉट्सएप ग्रुप में लिखा था, 'लोहे के दरवाजों में स्विच से करंट का इस्तेमाल करें. एक बिल्डिंग से दूसरे बिल्डिंग में जाने के लिए रास्ते का इंतजाम करें. बिल्डिंग सभी मर्द एक साथ ना छोड़ें और कुछ मर्द महिलाओं की सुरक्षा के लिए घर में रुकें.'

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