PM मोदी के चेहरे और सामूहिक नेतृत्व के साथ चुनाव में उतरेगी BJP, गुटों में बंटे नेताओं को एकजुट करने की रणनीति
नई दिल्ली। तीन महीने बाद होने जा रहे छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान के विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा की रणनीति साफ होने लगी है। इनमें भाजपा राज्य के सामूहिक नेतृत्व और मोदी के चहरे से सहारे मैदान में उतरेगी।
अंदरूनी गुटबाजी को रोकने के लिए भाजपा की रणनीति
तीनों ही राज्यों में पार्टी में अंदरूनी गुटबाजी को रोकने के लिए यह रणनीति मुफीद साबित हो सकती है। तीनों राज्यों में मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं करना और राजस्थान में चुनाव प्रबंधन समिति और संकल्प पत्र समिति में वसुंधरा राजे को जगह नहीं दिया जाना इसी रणनीति का हिस्सा है।
वसुंधरा राजे को चुनाव प्रचार समिति में मिल सकती है जगह
भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, वसुंधरा राजे निश्चित रूप से राजस्थान के बड़ी नेता हैं और पार्टी चुनाव प्रचार में उनका भरपूर इस्तेमाल भी करेगी। हो सकता है कि उन्हें चुनाव प्रचार समिति में जगह भी दे दी जाए, लेकिन राज्य के अन्य नेताओं को भी बड़ी जिम्मेदारी देना जरूरी है। ताकि सभी नेता एकजुट होकर सामूहिक रूप से पार्टी की जीत में योगदान कर सकें।
एमपी में चुनाव प्रचार समिति की कमान तोमर को मिली
मध्यप्रदेश में भी मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान लाड़ली बहन जैसी लोकप्रिय सरकारी योजनाओं के साथ जनता के बीच लगातार जा रहे हैं, लेकिन चुनाव प्रचार समिति की कमान केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर को सौंपी गई है।
इस साल के अंत तक पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव
ध्यान देने की बात है कि नवंबर-दिसंबर में मिजोरम, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान में विधानसभा के चुनाव होने हैं। पिछले साल इन पांचों राज्यों में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। मिजोरम में भाजपा के लिए कोई उम्मीद नहीं है और तेलंगाना में वोट प्रतिशत में इजाफा जरूर हो सकता है, लेकिन वह सीटों में कितनी बदलेंगी यह साफ नहीं है।
तेलंगाना में भाजपा को मिली थी सिर्फ एक सीट
पिछली बार तेलंगाना की 117 विधानसभा सीटों में से भाजपा सिर्फ एक सीट ही जीतने में सफल रही थी। ऐसे में भाजपा के लिए छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान काफी अहम हो जाता है। पिछली बार भाजपा भले ही छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान में चुनाव हारने के बावजूद भाजपा लोकसभा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में सफल रही थी, लेकिन लोकसभा चुनाव के छह महीने पहले इन राज्यों में हार से विपक्ष को भाजपा के खिलाफ नैरेटिव बनाने का मौका मिल सकता है।
भाजपा ने बड़े नेताओं को क्यों दी जिम्मेदारी?
यही कारण है कि भाजपा विधानसभा चुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। तीनों राज्यों में पार्टी की अंदरूनी कलह रोकने के लिए पार्टी के बडे़ नेताओं ने खुद चुनाव का जिम्मा संभाल लिया है। छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की जिम्मेदारी अमित शाह के पास है, तो राजस्थान की जिम्मेदारी जेपी नड्डा के पास। इन राज्यों में नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गयी है और उनसे लगातार फीडबैक भी लिया जा रहा है।
-
महाराष्ट्र पंचायत चुनाव: 600+ सीटें जीतकर बीजेपी नंबर वन, बारामती में चाचा शरद पर भारी पड़े अजित पवार
-
यूपी में INDIA गठबंधन को लेकर अखिलेश और कांग्रेस में तनातनी, जयंत चौधरी भी दिखा रहे तेवर
-
केंद्रीय कर्मचारियों का DA 4% बढ़ा:48 लाख कर्मचारियों, 68 लाख पेंशनर्स को फायदा, नॉन गजेटेड रेलवे कर्मचारियों को 78 दिन का बोनस
-
विजय बघेल 2008 को याद कर करेंगे दो-दो हाथ, भूपेश बघेल के लिए मुकाबला नहीं आसान
-
POK में रची जा रही थी कश्मीर को दहलाने की साजिश, आतंकी कमांडर ने हथियारों का जखीरा भेजा; सेना ने किया बरामद
-
चुनाव से पहले लालू यादव जा सकते हैं जेल! जमानत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर
-
विधानसभा के बाहर बंदूक की नोंक पर अगवा हुई भाजपा विधायक, किडनैपर ने मांगी दो करोड़ की रंगदारी
-
दैनिक जागरण के पत्रकार की हत्या पर भड़का विपक्ष, चिराग बोले- इसके लिए CM जिम्मेदार
-
कांग्रेस ने मुकुल वासनिक को गुजरात और रणदीप सुरजेवाला को मध्य प्रदेश का प्रभारी महासचिव किया नियुक्त
-
ISI का एजेंट है पाकिस्तान की जेल से भारत लौटा कलीम, लाहौर से ऑपरेट हो रहा था फोन, जेहाद के लिए प्रेरित करने का आरोप
-
नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले अजय राय बने कांग्रेस के नए यूपी अध्यक्ष
-
बीजेपी की पहली लिस्ट जारी, भूपेश बघेल के खिलाफ सांसद को दिया टिकट
-
बीजेपी की पहली लिस्ट से ज्योतिरादित्य सिंधिया को मिली राहत, कमलनाथ के करीबी को घेरने के लिए चला बड़ा दाव
-
बीजेपी की पहली ही लिस्ट में ज्योतिरादित्य सिंधिया को झटका, कांग्रेस से आए समर्थक का कटा टिकट
-
'खुशी है कि खरगे जी तुरंत ठीक हो गए' स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए कांग्रेस अध्यक्ष, BJP का तंज
-
स्वतंत्रता दिवस समारोह में नहीं गए खड़गे ,खाली पड़ी रही तीन नंबर की कुर्सी
-
पोंग डैम के इतिहास में आज तक कभी नहीं आया इतना पानी, नदी का रौद्र रूप, पंजाब में अलर्ट
-
कांग्रेस कहां-कहां साफ...पीएम मोदी ने भाषण में लगवाए 'कांग्रेस नो कॉन्फिडेंस' के नारे
-
सोनिया और राहुल गांधी पर चलाया जाना चाहिए देशद्रोह का मुकदमा : राज्यवर्धन सिंह राठौड़
-
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी लोकसभा से सस्पेंड, PM मोदी के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल करने पर हुई कार्रवाई