बंगाल में EC का एक और बड़ा ऐक्शन, ममता के भतीजे के क्षेत्र में दो अधिकारियों को चुनाव ड्यूटी से हटाया

कोलकाता पश्चिम बंगाल में गुरुवार को भी चुनाव आयोग ने कई कड़े फैसले लिए। चुनाव आयोग ने राज्य में सातवें चरण के चुनाव से पहले डायमंड हार्बर से दो अधिकारियों को चुनाव की ड्यूटी से हटा दिया है। आयोग ने गुरुवार शाम एसडीपीओ-डायमंड हार्बर मिथुन कुमार डे और ऑफिस इंचार्ज- एमहर्स स्ट्रीट कौशिक दास को तत्काल प्रभाव से चुनाव ड्यूटी से हटा दिया है। टीएमसी का गढ़ मानी जाने वाली डायमंड हार्बर सीट से सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी चुनाव मैदान में हैं। गौरतलब है कि बुधवार को चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चुनाव प्रचार के समय में 24 घंटे की कटौती की थी। कई विपक्षी दलों ने आयोग के इस फैसले की कड़ी आलोचना की थी। बता दें कि मंगलवार को कोलकाता में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोडशो के दौरान खूब हंगामा हुआ था। बीजेपी और टीएमसी ने हिंसा के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया था। चुनाव आयोग ने हिंसा पर कार्रवाई करते हुए चुनाव प्रचार के समय में कटौती की थी। इसके साथ ही प्रमुख सचिव गृह और स्वास्थ्य को तत्काल प्रभाव से हटा दिया था और सीआईडी के एडीजी राजीव कुमार को भी हटा दिया था। बुधवार को जारी अपने आदेश में चुनाव आयोग ने कहा, 'पश्चिम बंगाल में कुछ दिनों पहले हुई घटनाएं, खास तौर पर पिछले 24 घंटों में जो भी हुआ, राजनीतिक पार्टियों की तरफ से मिली शिकायत, पश्चिम बंगाल चुनाव आयोग के डीईसी की रिपोर्ट और स्पेशल ऑब्जर्वर अजय नायक (रिटायर्ड आईएएस) और विवेक दूबे की जॉइंट रिपोर्ट के आधार पर स्वतंत्र, मुक्त, पारदर्शी, हिंसा रहित और आदर्श चुनाव कराने के लिए कोई भी व्यक्ति या समूह पब्लिक मीटिंग नहीं कर सकता, इसके अलावा किसी भी अन्य ढंग से गुरुवार रात 10 बजे के बाद चुनाव प्रचार नहीं किया जा सकता है। चुनाव प्रचार सिर्फ 16-05-2019 रात 10 बजे तक ही किया जा सकता है। यह आदेश पश्चिम बंगाल की 9 लोकसभा सीटों के लिए लागू होगा। इन सीटों पर 19 मई को मतदान होना है।' 'पहली बार आर्टिकल 324 का इस्तेमाल' चुनाव आयोग ने कहा, 'शायद यह पहला मौका है, जब चुनाव आयोग ने आर्टिकल 324 का प्रयोग किया है, लेकिन कानून व्यवस्था का फिर से पालन न होने पर, हिंसा होने पर और चुनाव के दौरान आचार संहिता का उल्लंघन होने पर यह कदम फिर से उठाया जा सकता है।' चुनाव आयोग ने कहा, 'चुनाव आयोग ईश्वर चंद विद्यासागर की मूर्ति को तोड़े जाने की निंदा करता है।' चुनाव आयोग ने कहा कि सीआईडी के एडीजी राजीव कुमार को गृह मंत्रालय से संबद्ध किया जाता है। उन्हें गुरुवार सुबह 10 बजे तक गृह मंत्रालय को रिपोर्ट करना है। इसके अलावा प्रमुख सचिव गृह और स्वास्थ्य को उनके वर्तमान पदभार से तत्काल प्रभाव से मुक्त किया जाता है। चुनाव आयोग ने बताया इन अधिकारियों ने पश्चिम बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी को आदेश देकर चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने का प्रयास किया। हालांकि आयोग के इस आदेश के बावजूद राजीव कुमार गुरुवार को गृह मंत्रालय में रिपोर्ट करने नहीं पहुंचे। बंगाल में 19 मई को 9 सीटों पर होगी वोटिंग बता दें कि 19 मई को पश्चिम बंगाल की 9 सीटों पर चुनाव होना है, ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी पूरी ताकत झोंक रही हैं। मंगलवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान खूब हंगामा हुआ। इस दौरान वहां के कॉलेज में ईसी विद्याासागर की मूर्ति भी क्षतिग्रस्त की गई। बीजेपी और टीएमसी इस हिंसा के लिए एक-दूसरे पर आरोप लगा रही हैं।

Top News