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भारत ने निभाया पड़ोसी धर्म तो गदगद हुआ नेपाल, राजदूत ने दिल खोलकर की मोदी सरकार की तारीफ

काठमांडू: भारत ने भूकंप प्रभावित नेपाल को रविवार को दवाएं तथा अन्य राहत सामग्री भेजी। पश्चिमी नेपाल में शुक्रवार को भीषण भूकंप आया था, जिसमें 157 से अधिक लोगों की मौत हुई और 160 से अधिक लोग घायल हो गए। भारत ने भारतीय वायुसेना के सैन्य परिवहन विमान से ये राहत सामग्री नेपाल भेजी है। राहत सामग्री की खेप नेपाल में भारतीय राजदूत नवीन श्रीवास्तव ने नेपाली अधिकारियों को सौंपी। भारत की इस सहायता की नेपाल ने जमकर तारीफ की है। नेपाली राजदूत ने भारत के इस मदद की जमकर तारीफ की है। जयशंकर ने पड़ोसी पहले की नीति का किया जिक्र भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, ''नेपाल के भूकंप प्रभावित इलाकों के लिए आपात राहत सहयोग मुहैया करा रहे हैं। पहले कदम उठाने वाले देश के तौर पर भारत दवाएं और राहत सामग्री भेज रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 'पड़ोसी पहले' नीति पर काम कर रहे हैं।'' नेपाली राजदूत ने की तारीफ इसके जवाब में भारत में नेपाली राजदूत डॉ शंकर शर्मा ने लिखा कि भारत ने फर्स्ट रिस्पॉन्डर के तौर पर पश्चिमी नेपाल में भूकंप से प्रभावित लोगों के लिए 160 मिलियन नेपाली रुपये की एक आपातकालीन सहायता पैकेज भेजा, जिसमें चिकित्सा उपकरण, राहत सामग्री और बहुत कुछ शामिल था। हम वास्तव में जरूरत के समय भारत के समर्थन की सराहना करते हैं। भूकंप के बाद जिंदगी पटरी पर लाने की चुनौती नेपाल में शुक्रवार को आए भूकंप से सबसे अधिक प्रभावित जाजरकोट जिले के निवासियों को अपने घरों के पुनर्निर्माण और जिंदगी को पटरी पर लाने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है नेपाल में शुक्रवार आधी रात से ठीक पहले 6.4 तीव्रता का भूकंप आया, जिसमें 157 लोगों की मौत हो गई और 250 से अधिक अन्य घायल हो गए। उत्तर-पश्चिमी नेपाल में हजारों ग्रामीणों ने शनिवार की रात कड़ाके की ठंड में घरों के बाहर बिताई। स्थानीय लोगों ने रात भर खुद को गर्म रखने के लिए अस्थायी आश्रय बनाने के वास्ते प्लास्टिक की चादर और पुराने कपड़ों सहित जो भी सामग्री मिली, उसका उपयोग किया।

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