taaja khabar..लुधियाना से आप के कैंडिडेट सुशील कुमार रिंकू बीजेपी में शामिल, एक विधायक भी बने भाजपाई..चुनाव आयोग ने सुप्रिया श्रीनेत और दिलीप घोष को जारी किया नोटिस, महिलाओं पर की थी आपत्तिजनक टिप्पणी..राजस्थान के लिए भाजपा के स्टार प्रचारक की लिस्ट जारी:पीएम मोदी समेत 10 केंद्रीय मंत्री उतरेंगे चुनावी मैदान में; इनमें 5 सीएम, राजे, राठौड़ और पूनिया भी शामिल..दिल्ली हाई कोर्ट से सीएम केजरीवाल को राहत नहीं, अगली सुनवाई 3 अप्रैल को होगी

राज्यपाल ने EC से चुनाव कराने की मांग की, लेकिन उद्धव ठाकरे की टेंशन खत्म नहीं हुई

मुंबई, 01 मई 2020,महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने चुनाव आयोग (EC) से विधान परिषद की 9 रिक्त सीटों के लिए जल्द से जल्द चुनाव कराने की अपील की है. प्रदेश में पिछले 2 हफ्तों से जारी राजनीतिक गतिविधियों के बीच राज्यपाल ने ये कदम उठाया है. लेकिन भगत सिंह कोश्यारी के इस कदम के बाद भी राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की दिक्कतें समाप्त नहीं हुईं हैं. उद्धव ठाकरे फिलहाल किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं. मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए उन्हें 27 मई 2020 से पहले विधान परिषद का सदस्य बनना जरूरी है. चुनाव आयोग ने कोरोना संकट के कारण 9 सीटों के लिए चुनाव प्रक्रिया को रोक दिया था उद्धव ठाकरे की दिक्कतें समाप्त नहीं हुईं भले ही राज्यपाल ने विधान परिषद की 9 सीटों के लिए चुनाव कराने के लिए EC से अपील की है, लेकिन उद्धव ठाकरे के लिए आगे की राह इतनी आसान नहीं है. 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य विधान परिषद के 9 सदस्यों का चुनाव करेंगे. विधानसभा में बीजेपी की संख्या को देखते हुए वह 9 में से चार सीटें आसानी से जीत सकती है, जबकि महा विकास अघाड़ी के खाते में 5 सीटें जा सकती हैं, जिसमें से एक उद्धव ठाकरे की हो सकती है. अगर चुनाव निर्विरोध होते तो उद्धव ठाकरे के लिए कोई समस्या नहीं होती. लेकिन यह एक सीक्रेट बैलेट है तो बीजेपी के पास कुछ अतिरिक्त वोट हैं. बीजेपी अगर एक अतिरिक्त उम्मीदवार को मैदान में उतारने का फैसला करती है तो चुनाव जरूरी होगा. जिसका मतलब है कि उद्धव को लंबे समय तक इंतजार करना होगा. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि चुनाव की पूरी प्रक्रिया में कम से कम 21 दिन लगेंगे. इसका मतलब है कि 9 सीटों के लिए चुनाव की घोषणा मई के पहले हफ्ते में होगी और उद्धव ठाकरे को 27 मई से पहले निर्वाचित होना होगा. तब तक महा विकास अघाड़ी के लिए चिंता की लकीरें बनी रहेंगी. इस बीच, पूर्व सीएम और देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के दौरान राज्य में राजनीतिक अस्थिरता को रोकने के लिए हम चुनाव आयोग की सिफारिश करने के लिए राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के निर्णय का स्वागत करते हैं. राज्यपाल ने संविधान के सिद्धांतों का पालन करने का निर्णय लिया है.

Top News