IMA केस की जांच कर रही SIT ने कांग्रेस के बागी MLA रोशन बेग को एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया

बेंगलुरु आईएमए पॉन्जी स्कीम की छानबीन कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने पूर्व कांग्रेस मंत्री और शिवाजीनगर से विधायक आर रोशन बेग को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। पुलिस के सूत्रों ने बताया कि बेग को कैंपगौड़ा इंटरनैशनल एयरपोर्ट से सोमवार रात 10:30 बजे हिरासत में लिया गया। वह एयरपोर्ट से एक चार्टर्ड फ्लाइट से कहीं जाने वाले थे। पूछताछ के लिए हिरासत में वहीं, सूत्रों ने बताया है कि रात 9 बजे पुलिस को सूचना मिली की बेग शहर छोड़ने वाले हैं। गिरीश उस वक्त चमराजपेट स्थित ऑफिस से बसवेश्नरनगर में अपने घर जा रहे थे। वह फौरन एयरपोर्ट के लिए मुड़ गए। एसआईटी के एसपी एस गिरीश ने बेग को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि की है। मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भी ट्वीट किया है- 'एसआईटी ने पूछताछ के लिए बेग को एयरपोर्ट पर हिरासत में ले लिया जब वह बीजेपी के बीएस येदियुरप्पा के पीए संतोष के साथ एक चार्टर्ड फ्लाइट से मुंबई के लिए जाने वाले थे।' कुमारस्वामी ने लगाया बीजेपी पर आरोप कुमारस्वामी ने बीजेपी की कर्नाटक इकाई पर जांच का सामना कर रहे पूर्व मंत्री को भागने में मदद करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि उस वक्त बीजेपी विधायक योगेश्वर वहां मौजूद थे। उन्होंने आरोप लगाया है कि इससे साफ साबित होता है कि बीजेपी हॉर्स-ट्रेडिंग कर सरकार को गिराने की कोशिश में सीधे तौर पर शामिल है। उन्होंने आरोप लगाया कि एयरपोर्ट पर एसआईटी को देख संतोष भाग गए और बेग हिरासत में ले लिए गए। बीजेपी ने दावों को बताया फर्जी उधर, बीजेपी ने आरोप लगाया है कि कुमारस्वामी स्टेट मशीनरी का इस्तेमाल कर कांग्रेस-जेडी(एस) गठबंधन सरकार को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। पार्टी ने ट्वीट कर कहा है, 'रोशन बेग को एसआईटी के सामने पेश होने के लिए 19 जुलाई तक का वक्त दिया गया था। इससे पता चलता है कि सरकार अपने ही विधायकों को संस्थानों के जरिए ब्लैकमेल कर रही है।' बीजेपी ने कुमारस्वामी के इस दावे को भी फर्जी बताया है कि बेग के साथ येदियुरप्पा के पीए संतोष मौजूद थे। पार्टी ने सीसीटीवी फुटेज और बोर्डिंग पास की जांच कर तथ्य सामने लाने की बात की है। क्या था मामला पूर्व की सिद्धरमैया सरकार में मंत्री रह चुके बेग तब विवादों में घिर गए, जब कंपनी के मालिक मोहम्मद मंसूर खान ने आरोप लगाया कि बेग ने उनसे 400 करोड़ रुपये लिए थे लेकिन वापस नहीं लौटाए । विधायक ने आरोपों को बेबुनियाद और मनगढ़ंत बताया था। कर्नाटक में इस्तीफा देने वाले 16 विधायकों में बेग भी हैं। 9 जुलाई को उनके त्यागपत्र देने के कुछ घंटे बाद एसआईटी ने उन्हें एक नोटिस देकर 11 जुलाई को पेश होने के लिए कहा लेकिन विधायक ने समय मांगा और कहा कि वह सोमवार को पेश होंगे। हालांकि, बेग कुछ जरूरी काम का हवाला देते हुए पॉन्जी स्कीम की छानबीन कर रही एसआईटी के सामने सोमवार को उपस्थित नहीं हुए। एसआईटी ने कहा है कि विधायक 25 जुलाई को उपस्थित होना चाहते थे लेकिन एसआईटी ने उन्हें 19 जुलाई को बयान दर्ज कराने का निर्देश दिया है।

Top News