नई दिल्ली, 20 जुलाई 2020, भारत में कोरोना वायरस का कम्युनिटी स्प्रेड शुरू हुआ है या नहीं, इस सवाल पर शुरुआत से ही बहस जारी है. बीते दिन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कम्युनिटी स्प्रेड की बात की थी, लेकिन अब एसोसिएशन अपनी बात से पलट गया है. IMA के द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि जो बयान जारी है, वह IMA हेडक्वार्टर का बयान नहीं है.
जारी किए गए बयान में कहा गया है कि कम्युनिटी स्प्रेड को लेकर एजेंसी अपनी जांच के बाद ही किसी निर्णय पर पहुंचेगी, क्राउड सोर्स के डाटा से आधिकारिक डेटा का हिसाब नहीं लगाया जा सकता है.
बता दें कि रविवार को आईएमए हॉस्पिटल बोर्ड ऑफ इंडिया के चेयरपर्सन डॉ वी के मोंगा ने कहा था कि देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है, जो बेहद खतरनाक स्थिति है. लेकिन अब IMA का कहना है कि जो भी बयान दिया गया है उसे निजी बयान ही माना जाए.
वी के मोंगा ने अपने बयान में कहा था कि अगर रोज तीस हजार से अधिक केस आ रहे हैं और गांवों में केस मिल रहे हैं, तो मतलब भयावह स्थिति है.
अब अपने ताजा बयान में IMA ने दावा किया है कि देश के कुछ शहरी इलाकों में कुछ क्लस्टर बने हैं, लेकिन ग्रामीण इलाके में किसी तरह का कोई क्लस्टर नहीं दिखा है. क्योंकि ग्रामीण इलाकों में लोग खुले इलाके में रहते हैं, ऐसे में वायरस फैलने का खतरा कम होता है.
दरअसल, कम्युनिटी स्प्रेड को लेकर कई बार सरकार और राज्य सरकारों में मतभेद देखने को मिले हैं. दिल्ली सरकार कई बार दिल्ली में कम्युनिटी स्प्रेड की बात कह चुकी थी, लेकिन केंद्र सरकार ने नकार दिया था. अब रविवार को आए IMA के बयान के बाद एक बार फिर इस पर चर्चा शुरू हुई है.