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दिल्ली में कोरोना पर गुड न्यूज, देश का इकलौता राज्य जहां घट रहे हैं ऐक्टिव केस

नई दिल्ली दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले भले ही एक लाख से ऊपर पहुंच चुके हों, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी के लिए इस मोर्चे पर एक बहुत ही अच्छी खबर है। कोरोना वायरस से सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में दिल्ली इकलौता ऐसा क्षेत्र है जहां पिछले एक हफ्ते से ऐक्टिव केसों की संख्या घटरही है। एक हफ्ते में दिल्ली में 18 प्रतिशत घटे ऐक्टिव केस 3 जुलाई को दिल्ली में ऐक्टिव केस 26,304 थे जो 10 जुलाई की सुबह 18 प्रतिशत घटकर 21,567 पर आ गए। खास बात यह है कि इसी अवधि के दौरान राष्ट्रीय स्तर ऐक्टिव केसों की संख्या में 21.7 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। एक हफ्ते पहले के मुकाबले देश में ऐक्टिव केसों की संख्या में करीब 50 हजार की बढ़ोतरी हुई है। हरियाणा, तमिलनाडु में ऐक्टिव केस की रफ्तार हुई कम दिल्ली के अलावा हरियाणा और तमिलनाडु में भी स्थिति में सुधार हुआ है। यहां ऐक्टिव केस घटे तो नहीं हैं, लेकिन उनके बढ़ने की दर राष्ट्रीय स्तर से धीमी है। दूसरी तरफ, महाराष्ट्र में ऐक्टिव केसों के बढ़ने की दर राष्ट्रीय औसत के ही करीब है। कर्नाटक में 89%, 5 अन्य राज्यों में 50% से ज्यादा उछाल पिछले एक हफ्ते के आंकड़ों को देखें तो 6 राज्य ऐसे हैं जहां ऐक्टिव केसों में इस दौरान 50 प्रतिशत से ज्यादा इजाफा हुआ है। पिछले एक हफ्ते में कर्नाटक में ऐक्टिव केस 89 प्रतिशत बढ़े हैं जो बड़े राज्यों में सबसे ज्यादा इजाफा है। असम और ओडिशा में भी एक हफ्ते में कोरोना के ऐक्टिव मामलों में 80 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। बात बिहार की करें तो यहां ऐक्टिव केस 69 प्रतिशत बढ़े हैं। यूपी और राजस्थान में भी एक हफ्ते में इनमें 50 प्रतिशत से थोड़े ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। कमजोर हेल्थ इन्फ्रा वाले राज्यों में बढ़ते केस चिंता की बात जिन 6 राज्यों में तेजी से ऐक्टिव केस बढ़ रहे हैं, उनमें कर्नाटक ही ऐसा राज्य है जहां हेल्थकेयर इन्फास्ट्रक्चर की स्थिति थोड़ी बेहतर है। वहां शहरीकरण भी बाकी 5 राज्यों के मुकाबले ज्यादा है। इसका सीधा सा मतलब है कि बाकी 5 राज्यों में हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर की खराब स्थिति चिंता बढ़ाने वाली बात है। अगर इन राज्यों में ऐक्टिव केस इसी तरह बढ़ते रहे तो इनके लिए इस स्थिति से निपटना बहुत मुश्किल होगा। बड़े शहरों से अब छोटे शहरों और गांवों में शिफ्ट हो रही महामारी ऐक्टिव केसों के बढ़ने का अब राज्यों में जो पैटर्न दिख रहा है, वह चिंता बढ़ाने वाला है। आंकड़े बता रहे हैं कि अब कोरोना वायरस महामारी बड़े शहरी केंद्रों (दिल्ली, मुंबई, चेन्नै, अहमदाबाद) से छोटे शहरों और कुछ हद तक गांवों की तरफ शिफ्ट हो रही है, जहां पर्याप्त हेल्थकेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं है। देश में कुल 2,83,407 ऐक्टिव केस, 24 घंटे में 27 हजार+ नए केस बात अगर पूरे देश में ऐक्टिव केसों की करें तो शनिवार सुबह तक यह आंकड़ा 2 लाख 83 हजार 407 है। यानी इतने मरीज अभी भी स्वस्थ नहीं हुए हैं। देश में कोरोना वायरस से संक्रमण का आंकड़ा 8 लाख को पार कर चुका है। पिछले 24 घंटे में 27,114 नए मामले सामने आए हैं। देश में अब तक कोरोना संक्रमण के 8,20,916 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 5,15,386 ठीक हो चुके हैं जबकि 22,123 मरीजों की मौत हो चुकी है। ऐक्टिव केस में महाराष्ट्र टॉप पर ऐक्टिव मामलों की लिस्ट में 95,943 के साथ महाराष्ट्र टॉप पर है। इसके बाद तमिलनाडु, दिल्ली, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और यूपी का नंबर है। ऐक्टिव केस का मतलब उन मरीजों से है, जिनका अभी इलाज चल रहा है, जो अभी ठीक नहीं हुए हैं। कुल संक्रमितों की संख्या में ठीक हो चुके और नहीं बचाए जा सके संक्रमितों की संख्या को घटाने पर जो संख्या आती है, उसे ऐक्टिव केस कहा जाता है।

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