दिल्ली हिंसा में स्कूल मालिक का नाम, क्राइम ब्रांच का दावा- आरोपी के पास करोड़ों की दौलत

नई दिल्ली, 06 जून 2020,दिल्ली हिंसा मामले में क्राइम ब्रांच साजिश की कड़ियां जोड़ने में जुटी हुई है. पुलिस इस सिलसिले में कई चार्जशीट अदालत में दायर कर चुकी है. पुलिस ने पूर्वी दिल्ली के शिव विहार में स्थित राजधानी पब्लिक स्कूल के आस-पास हुई हिंसा मामले में भी चार्जशीट दायर कर दी है. इस मामले में राजधानी पब्लिक स्कूल के मालिक फैजल फारूक पर हिंसा की साजिश रचने का आरोप है. जांच के दौरान क्राइम ब्रांच ने फैजल फारूक के सौ से ज्यादा करोड़ की प्रॉपर्टी का पता लगाया है. पुलिस का कहना है कि दिल्ली दंगों से पहले ही आरोपियों ने फंडिंग की पूरी व्यवस्था कर ली थी. फंडिंग का जिम्मा उन लोगों के ऊपर था जिनके पास बेहिसाब दौलत थी. पुलिस के मुताबिक हिंसा के वक्त दंगाइयों ने राजधानी स्कूल की छत को अपने बेस के तौर पर इस्तेमाल किया था. फैजल फारूक के दिल्ली में 3 स्कूल स्कूल की छत से पुलिस ने लोहे की बड़ी गुलेल भी जब्त की थी. क्राइम ब्रांच ने शिव विहार में हुए दंगों के आरोप में फैजल फारूक को गिरफ्तार किया था. क्राइम ब्रांच के मुताबिक फैजल फारूक के दिल्ली में 3 स्कूल हैं. 1. क्राउन पब्लिक स्कूल, सीलमपुर 2. राजधानी स्कूल, शिव विहार 3. विक्टोरिया पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल,वजीराबाद रोड फैजल ने 6 साल में करोड़ों की संपत्ति खरीदी इतना ही नहीं, फैजल फारूक ने साल 2014 में करीब 6 करोड़ की एक प्रॉपर्टी यमुना विहार में खरीदी थी. ये प्रॉपर्टी यमुना विहार के C-1/9 में स्थित है. क्राइम ब्रांच ने फैजल फारूक की जिन दूसरी संपत्तियों का पता लगाया है उनमें कई मकान और प्लाट हैं. पुलिस के मुताबिक साल 2017 में फैजल फारूक ने यमुना विहार के C- 3/59A में करीब 7.5 करोड़ की रुपये की प्रॉपर्टी खरीदी थी. साल 2018 और साल 2019 में फैजल ने यमुना विहार में 2 दुकानें 10 करोड़ रुपये में खरीदीं. 2020 में इस शख्स ने यमुना विहार में ही B- 1/1 में करीब 10 करोड़ की जायदाद खरीदी थी. हिंसा शुरू होने से पहले देवबंद गया था फैसल दिल्ली पुलिस का कहना है हिंसा शुरू होने से ठीक एक दिन पहले फैजल फारूक ने देवबंद का दौरा किया था. पुलिस का आरोप है कि ये दौरा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अपराधियों को लाने की कोशिश के मकसद से किया गया था. आरोप है कि फैजल फारूक ने हिंसा में शामिल लोगों को आश्रय प्रदान किया, जिन्होंने एक राजधानी स्कूल के भीतर डेरा डाला था और छत से गोलियां चलाई थीं. उन्होंने राजधानी स्कूल की छत से विशेष रूप से स्थापित लोहे की एक गुलेल का उपयोग करते हुए पेट्रोल बम, एसिड, ईंट, और पत्थर फेंके थे. दिल्ली हिंसा की जांच के दौरान क्राइम ब्रांच को ये भी पता चला था की फैजल फारूक हिंसा के दौरान पीएफआई, हजरत निजामुद्दीन मरकज से जुड़े लोगों के संपर्क में था. यही वजह है कि अब पुलिस इसकी बेशुमार दौलत का पीएफआई और मरकज कनेक्शन खंगाल रही है.

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