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370 की चिदंबरम ने की पैरवी तो नड्डा बोले- डिवाइड इंडिया के ट्रिक पर आई कांग्रेस

नई दिल्ली, 17 अक्टूबर 2020, जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की रिहाई के साथ ही अनुच्छेद 370 का मुद्दा एक बार फिर से सुर्खियां बटोरने लगा है. महबूबा, उमर अब्दुल्ला और फारुक अब्दुल्ला तो अनुच्छेद 370 की बहाली की मांग कर रहे हैं. उनकी इस मांग को समर्थन मिला है कांग्रेस की ओर से. कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा है कि मोदी सरकार के 5 अगस्त 2019 के असंवैधानिक फैसले को रद्द किया जाना चाहिए. बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस की इस डिमांड पर बीजेपी ने जोरदार हमला किया है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा है कि चुनाव से पहले कांग्रेस एक बार फिर से अपनी डिवाइड इंडिया के ट्रिक पर आ गई है. इस मसले पर जेपी नड्डा और पी चिदंबरम के बीच ट्विटर पर ठनी हुई है. सबसे पहले पी चिदंबरम ने अनुच्छेद 370 हटाने को गलत करार देते हुए ट्वीट किया, "जम्मू-कश्मीर की मुख्यधारा की क्षेत्रीय पार्टियों का जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के लोगों के अधिकारों को बहाल करने के लिए संवैधानिक लड़ाई लड़ने के लिए एक साथ आना एक ऐसा घटनाक्रम है, जिसका भारत के सभी लोगों द्वारा स्वागत किया जाना चाहिए." अनुच्छेद 370 की बहाली की लड़ाई को कांग्रेस का समर्थन जताते हुए चिदंबरम ने कहा कि, "कांग्रेस जम्मू-कश्मीर के लोगों की स्थिति और अधिकारों की बहाली के लिए भी दृढ़ है. मोदी सरकार द्वारा 5 अगस्त, 2019 को लिए गए मनमाने और असंवैधानिक फैसलों को रद्द किया जाना चाहिए."

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