बिहार NDA में खटपट? एलजेपी कार्यकर्ताओं से बोले चिराग पासवान- जरूरत हुई तो अकेले चुनाव लड़ने के लिए रहें तैयार

पटना बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी घमासान का दौर शुरू हो चुका है। चाहे सत्तापक्ष हो या फिर विपक्षी पार्टियां, सभी अपनी-अपनी रणनीतिक तैयारी में जुट गए हैं। इस बीच ऐसी अटकलें लग रही एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। ऐसा इसलिए क्योंकि बीजेपी-जेडीयू के साथ एनडीए में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी के मुखिया और जमुई से सांसद चिराग पासवान ने बड़ा बयान दिया है। चिराग पासवान ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि चुनाव को लेकर कि हमें अपनी तैयारी पूरी रखनी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चिराग पासवान ने पार्टी कार्यकर्ताओं से ये भी कहा कि अगर जरूरत हुई तो पार्टी को अकेले चुनाव लड़ने के लिए भी तैयार रहना चाहिए। 'किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार रहे पार्टी' लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पार्टी के जिलाध्यक्षों और जिला प्रभारियों से बात की। इस दौरान उन्होंने सभी को आगामी चुनाव के लिए तैयार रहने के लिए कहा। साथ ही ये भी कहा कि पार्टी नेताओं को किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए। एलजेपी नए बिहार के शिल्पकार की भूमिका में रहेगी। सच्चा लोजपाई वही होगा जो बेहतर बिहार बनाने के लिए काम करेगा। उन्होंने आने वाले दिनों में बेहतर बिहार और बिहार-फर्स्ट बनाने के एलजेपी कार्यकर्ताओं के शपथ को भी याद दिलाया। अकेले चुनाव मैदान में उतरने के दिए संकेत मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चिराग पासवान ने इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को ये संकेत दिया कि जरूरत हुई तो पार्टी अकेले चुनाव मैदान में उतर सकती है। ऐसे में सभी कार्यकर्ताओं को किसी भी परिस्थिति को लेकर तैयार रहना चाहिए। उन्होंने पार्टी नेताओं से कहा कि जल्द ही विधान सभा स्तर पर डिजिटल रैली और प्रदेश स्तर पर वर्चुअल रैली का भी आयोजन किया जाएगा। इस बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद प्रिंस राज, प्रधान महासचिव शाहनवाज कैफी, सांसद चंदन सिंह समेत कई दिग्गज नेता शामिल हुए। बिहार चुनाव से पहले क्या NDA में सब ठीक नहीं? चिराग पासवान ने जिस तरह से आगामी चुनाव को लेकर पार्टी नेताओं के सामने अपनी बात रखी है, उससे कई तरह की अटकलें लगने लगी हैं। ऐसा माना जा रहा कि बिहार एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। सियासी जानकारों के मुताबिक, ऐसी संभावना है कि एलजेपी आगामी चुनाव में ज्यादा सीटें चाहती है, इसी को लेकर पार्टी दबाव बनाने की कोशिश कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, बिहार चुनाव में एनडीए की ओर से एलजेपी को कम सीटें दी जा सकती हैं, हालांकि पार्टी का दावा 42 सीटों का है। पार्टी इससे कम में राजी होने को तैयार नहीं है। वहीं एनडीए में बीजेपी और जेडीयू भी हैं, ऐसे में सीटों को लेकर तालमेल कैसे बनता है ये देखना दिलचस्प होगा।

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