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स्थिर सरकार की उम्मीद का शेयर बाजार ने मनाया जश्न, अब कई मुद्दों पर निर्भर करेगी बाजार की चाल

मुंबई लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद रविवार को जारी एग्जिट पोल में मोदी सरकार की दोबारा सत्ता में वापसी के संकेत का शेयर बाजार ने सोमवार को जमकर जश्न मनाया। चुनावी अनिश्चितता को लेकर पिछले कई दिनों से निवेशक बाजार में निवेश करने से ऐहतियात बरत रहे थे। एग्जिट पोल ने एक तरह से उन्हें इससे उबरने का एक बेहतरीन मौका दे दिया, जिसका उन्होंने भरपूर फायदा उठाया। सवाल यह उठता है कि क्या बाजार में यह तेजी बरकरार रह पाएगी। दरअसल, बाजार में आई तेजी की यह आंधी कई सारे मुद्दों पर निर्भर करती है, जिसपर हम चर्चा करने जा रहे हैं। सोमवार को बीएसई के संवेदी सूचकांक सेंसेक्स में 1,422 अंकों का बड़ा उछाल दर्ज किया गया, जो अंकों के हिसाब से एक दशक में सबसे बड़ी और अब तक की दूसरी सबसे बड़ी बढ़त है। सेंसेक्स 39,353 के स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स में 3.7 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई , जो एनडीए की तरफ से नरेंद्र मोदी को सितंबर 2013 में प्रधानमंत्री पद का दावेदार घोषित किए जाने के बाद सबसे बड़ा परसेंटेज गेन है। सोमवार को निफ्टी भी 421 अंकों की बढ़त के साथ रेकॉर्ड 11,828 के स्तर पर बंद हुआ। बाजार में इस भारी बढ़त से निवेशकों की संपत्ति में 5.4 लाख करोड़ की बढ़ोतरी के साथ कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 151.4 लाख करोड़ पर पहुंच गया है। सेंसेक्स के 31 शेयरों में से 28 शेयर तेजी के साथ बंद हुए, जबकि केवल इन्फोसिस और बजाज ऑटो के शेयर में गिरावट देखी गई। एचडीफसी, रिलायंस का सर्वाधिक योगदान बीएसई के डेटा के मुताबिक, सूचकांक की बढ़ोतरी में एचडीएफसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक ने सबसे ज्यादा योगदान दिया। सूचकांकों में शुरुआती तेजी के बाद कुछ डीलरों ने बताया कि ट्रेडरों की शॉर्ट कवरिंग ने सूचकांक को मजबूती प्रदान की। अडाणी इंटरप्राइजेज के शेयर 27 फीसदी से अधिक और रिलायंस पावर के शेयर 18 फीसदी से अधिक और रिलायंस इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर 6.6 फीसदी उछलकर बंद हुए। अब घरेलू अर्थव्यवस्था पर निर्भर बाजार कुछ प्रमुख ब्रोकरों का कहना है कि अगले दो दिनों के सत्र में निवेशक स्थिर रह सकते हैं। गुरुवार को मतगणना होनी है, जिस दिन बाजार में बड़ी अस्थिरता आ सकती है। आगामी 23 मई को लोकसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा के बाद शेयर बाजार की चाल वैश्विक एवं घरेलू कारकों जैसे अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड वॉर, घरेलू अर्थव्यवस्था में आ रही सुस्ती, मॉनसून और सरकार के गठन पर निर्भर कर सकता है। ट्रेड वॉर का खतरा बरकरार एचडीएफसी सिक्यॉरिटीज के एमडी एवं सीईओ धीरज रेली ने कहा कि शेयर बाजार ने एग्जिट पोल के नतीजों का पूरा फायदा उठाया। उन्होंने कहा, 'अगले कुछ दिनों में बाजार की चाल कॉरपोरेट के वित्तीय नतीजों और वैश्विक घटनाक्रमों पर निर्भर करेगा। इस बीच ट्रेड वॉर को लेकर खतरा बरकरार है।' अनिश्चितता से उबरने का मिला मौका ऐसा लगता है कि एग्जिट पोल ने बाजार के निवेशकों को चुनाव से संबंधित अनिश्चितता से उबरने का मौका दिया है। कोटक सिक्यॉरिटीज के एमडी एवं सीईओ कमलेश राव के मुताबिक, निफ्टी में और बढ़त के लिए बीजेपी को पूर्ण बहुमत में आने की दरकार है। उन्होंने कहा, 'राजनीतिक अनिश्चितता के खतरे के साथ ही हमें लगता है कि बाजार की चाल एक बार फिर ट्रेड वॉर और अर्थव्यवस्था में आ रही सुस्ती पर गौर करेगा।' पूर्ण बहुमत मिला तो और बढ़ेगा बाजार ड्यूश इक्विटीज इंडिया के हेड प्रतीक गुप्ता ने कहा, 'बाजार में गठबंधन की सरकार को लेकर आशंका थी। अगर 23 मई के बाद एक स्थिर सरकार सत्ता में आती है तो यह बाजार के लिए बेहद बढ़िया होगा।'

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