taaja khabar..CJI को वकीलों का पत्र, मोदी बोले-धमकाना कांग्रेस की संस्कृति:600 वकीलों ने चीफ जस्टिस से कहा- न्यायपालिका खतरे में है, दबाव से बचाना होगा ..अरविंद केजरीवाल की बढ़ी ED रिमांड, कोर्ट में सीएम ने खुद दी दलीलें..लोकसभा चुनाव लड़ेंगे फिल्म स्टार गोविंदा? एकनाथ शिंदे की शिवसेना में हुए शामिल..केजरीवाल को CM पद से हटाने वाली याचिका खारिज, जानें दिल्ली HC ने क्या कहा..प्रकाश आंबेडकर ने संजय राउत पर बोला हमला, बोले- 'आपने पीठ में छुरा घोंपने का काम किया'..रक्षामंत्री बोले- सरकार अग्निवीर योजना में बदलाव को तैयार:सेना को युवाओं की जरूरत; कांग्रेस ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया, कहा- ये यूथ से धोखा..

पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह बोले, युवा जमीनी नेता बने कांग्रेस पार्टी का अध्‍यक्ष

चंडीगढ़ पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि राहुल गांधी के पद छोड़ने के बाद अब किसी युवा जमीनी नेता को ही कांग्रेस पार्टी का अध्‍यक्ष बनाया जाना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि देश की युवा आबादी को ध्‍यान में रखते हुए कांग्रेस पार्टी को एक युवा पार्टी अध्‍यक्ष की जरूरत है। कैप्‍टन का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब राहुल गांधी की जगह पर पार्टी अध्‍यक्ष बनाए जाने के लिए कई नामों पर विचार चल रहा है। लिखें कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने कहा, 'राहुल गांधी के पद छोड़ने के दुर्भाग्‍यपूर्ण फैसले के बाद आशा करता हूं कि एक युवा और बहुमुखी प्रतिभा का धनी नेता कांग्रेस पार्टी का अध्‍यक्ष बनेगा। मैं कांग्रेस वर्किंग कमिटी से अनुरोध करुंगा कि इस बात का ध्‍यान रखे कि युवा भारत को एक युवा नेता की जरूरत है। ऐसा नेता पार्टी का अध्‍यक्ष बने जो विशाल युवा आबादी की अपेक्षाओं को पूरा कर सके और उसका जमीनी स्‍तर पर लोगों से जुड़ाव हो।' बता दें कि कांग्रेस अध्‍यक्ष पद की दौड़ में कई नामों पर विचार चल रहा है और माना जा रहा है कि 21 साल बाद अब पार्टी को कोई गैर-गांधी प्रेजिडेंट मिल सकता है। जिन नामों पर सबसे ज्‍यादा चर्चा है, उनमें राजस्‍थान के सीएम अशोक गहलोत, मध्‍य प्रदेश के सीएम कमलनाथ, सुशील कुमार शिंदे, मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल हैं। हालांकि पार्टी का एक धड़ा राजस्‍थान के डेप्‍युटी सीएम सचिन पायलट के नाम की भी सिफारिश कर रहा है। गौरतलब है कि राहुल गांधी के इस्‍तीफे के बाद अब कांग्रेस वर्किंग कमिटी को अब नया अध्यक्ष चुनना होगा। चुनावी हार के बाद कांग्रेस में जारी नेतृत्व संकट के बीच यह समझना महत्वपूर्ण है कि आजादी के बाद गांधी परिवार से संबंध न रखने वाले कौन से नेता पार्टी प्रेजिडेंट बने। पार्टी को 21 साल बाद अब कोई गैर-गांधी प्रेजिडेंट मिल सकता है। इससे पहले सीताराम केसरी 1996 से 1998 तक कांग्रेस के अध्यक्ष रहे थे, जो गांधी परिवार से नहीं थे।

Top News