चंडीगढ़,हरियाणा के 6 जिलों में मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसमें पंचूकला, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, कैथल, करनाल और अंबाला जिला शामिल हैं। वहीं प्रदेश में यमुना और घग्गर का जलस्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगा है, जिसके बाद सूबे के कुछ जिलों में बाढ़ आने का खतरा मंडराने लगा है।
सरकार की और से अंबाला और पानीपत के 40 किलोमीटर के एरिया में हाईअलर्ट घोषित कर दिया गया है। उधर पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा आज फतेहाबाद और सिरसा में बाढ़ग्रस्त क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे हैं।
अंबाला में टांगरी का जलस्तर घटा
अंबाला कैंट में उफान पर आई टांगरी नदी रविवार सुबह तक शांत हो गई। टांगरी बांध के आसपास इलाकों में घुसा पानी उतर गया। अब सिर्फ त्रासदी दिखाई दे रही है। लोगों का सामान गलियों में पड़ा दिखाई दे रहा है। गलियों में कीचड़ भरा हुआ है। लोगों को फिर अपने घरों को सफाई करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी।
अंबाला-सहारनपुर रेल रूट प्रभावित
अंबाला-दुखेड़ी के पास टांगरी नदी में पानी डाउन लाइन के पुल को कभी भी छू सकता है। ऐसी संभावनाओं को देखते हुए रेलवे प्रबंधन ने अंबाला-सहारनपुर सेक्शन की डाउन लाइन को बंद कर दिया है। स्थिति पर नजर रखने के लिए रेलवे सहित RPF कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है। ऊना-सहारनपुर ट्रेन रोकी गई है।
सिरसा में घग्गर पर बांध टूटा
वहीं सिरसा में भी घग्गर का जलस्तर बढ़ रहा है। मल्लेवाला, चामल व बाजेकां में बांध टूट गए हैं, जिस कारण खेतों में पानी भर गया। फतेहाबाद शहर में भी बाढ़ का खतरा बरकरार है।
पंचकूला में सबसे ज्यादा 100MM वर्षा
मौसम विभाग ने 26 जुलाई तक भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। 24, 25 और 26 को भारी बारिश हो सकती है। शनिवार को पंचकूला में सबसे ज्यादा करीब 100MM, चंडीगढ़ में 58MM, करनाल में 46MM, अंबाला में 27MM बारिश दर्ज की गई।
हरियाणा में अब तक 40 लोगों की मौत
प्रदेश में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 40 हो गई है। 2 लोग अब भी लापता हैं। प्रदेश के 1461 गांव बाढ़ से ग्रस्त हैं। 1857 जानवरों की मौत हो चुकी है। अंबाला, फरीदाबाद, फतेहाबाद और सिरसा में NDRF की टीमें तैनात हैं। फतेहाबाद में सेना तैनात है। हरियाणा सरकार के अनुसार, अब तक 7846 लोगों को बचाया जा चुका है। हालांकि अंबाला, कुरुक्षेत्र व अन्य इलाकों में बनाए गए राहत कैंपों में अब सिर्फ 819 लोग ही बचे हैं।