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लद्दाख तनाव: भारत के करारा जवाब से सहमे चीन पर पड़ेगी मौसम की भी मार

नई दिल्ली लद्दाख के करीब वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर जमे चीनी सैनिकों को न केवल भारत से तगड़ी टक्कर मिल रही है बल्कि आने वाले कुछ समय में मौसम भी कड़ा इम्तिहान लेने वाला है। दरअसल, सितंबर में लद्दाख के ऊंचाई वाले इलाके में भयंकर ठंड होती है और चीनी सेना इसकी अभ्यस्त नहीं जबकि भारतीय सैनिक इन मौसमों के अभ्यस्त होते हैं। एक सैन्य कमांडर ने कहा कि भारतीय जवानों को बेहद दुर्गम सियाचिन या सिक्किम या फिर थांग ला दर्रे में पैदल चलने और पेट्रोलिंग करने का अनुभव होता है। ऐसे में भारत से सामरिक और कूटनीतिक मोर्चे पर घिरे चीन के लिए काफी मुश्किल होने वाली है। चीनी सैनिक सुकमार, सह नहीं पाएंगे ठंड! कमांडर के अनुसार, अक्साई चिन इलाके में पीएलए में जबरन भर्ती सैनिकों को भेजा जाता है। इन्हें तिब्बत और शिनजियांग में तीन महीने के समर एक्सरसाइज के लिए भेजा जाता है और फिर वे आगे की पढ़ाई करने लग जाते हैं। 'हिंदुस्तान टाइम्स' की रिपोर्ट के अनुसार, चीनी सैनिक इन इलाकों में बख्तरबंद गाड़ियों में घूमने के आदि होते हैं जबकि भारतीय जवान इन दुर्गम इलाकों में पैदल भी पेट्रोलिंग करते हैं। भारतीय जवानों के ठंड से जूझने का अनुभव भारतीय सैनिक 1984 से सियाचिन, कश्मीर जैसे इलाकों में लड़ रही है। सियाचिन ग्लेशियर, सिक्किम के फिंगर इलाके, डोकलाम और अरुणाचल के पहाड़ी इलाकों में भारतीय सेना आराम से डटी हुई है। भारतीय सेना ऊंचाई वाले इलाके में लड़ने की बेहतरीन ट्रेनिंग से लैस होती है। करगिल युद्ध के दौरान भारतीय जवानों के पराक्रम ने यह साबित भी कर दिया था। -25 डिग्री में नहीं टिक पाएगा ड्रैगन विशेषज्ञों ने बताया कि अक्साइ चिन इलाके में अभी भारत और चीन दोनों के सैनिक तैनात हैं। अभी यहां से सैनिक पीछे नहीं हटे हैं। लेकिन ड्रैगन को यहा यथास्थिति बहाल करने या फिर तिब्बत के पठार में में शून्य से 25 डिग्री नीचे तापमान में रहने का फैसला करना होगा। विशेषज्ञों के अनुसार भयंकर ठंड के कारण केवल जान का ही नुकसान नहीं होता बल्कि सैन्य साजो-सामान भी खराब होते हैं। भारत ने चीन को चौतरफा घेरा यही नहीं, चीन को यह भी ख्याल रखना होगा कि भारतीय सेना चीन से लगती 3,488 किलोमीटर लंबी LAC पर तैनात है जबकि चीनी सैनिक केवल कुछ जगहों पर ही तैनात हैं। चीन सैनिक सिक्किम के करीब है लेकिन भारतीय सेना इस इलाके को तीन तरफ से घेरे हुई है।

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