नई दिल्ली, 19 मार्च 2020, देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना वायरस के चलते देश को संबोधित करने वाले हैं. हालांकि देश को संबोधित करने से पहले भी पीएम मोदी कई बार कोरोना वायरस पर बात कर चुके हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निरंतर कोरोना वायरस की स्थिति पर समीक्षा बैठक कर रहे हैं. वहीं पीएम मोदी ने बीते मंगलवार को संसद भवन में भारतीय जनता पार्टी के संसदीय दल की बैठक में सांसदों को कोरोना वायरस के मसले पर संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में हम विपक्ष में हैं, वहां पर 15 अप्रैल तक कोई आंदोलन न करें. अगर जरूरी हो तो ज्ञापन ही दें. पीएम मोदी ने मीडिया की तारीफ भी की और कहा कि मीडिया के बड़े तबके ने कोरोना वायरस को लेकर लोगों में जागरुकता फैलाई है.
ट्विटर पर बढ़ा रहे हौसला
वहीं कोरोना वायरस को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी लगातार सोशल मीडिया पर लोगों से संवाद कर रहे हैं. पीएम मोदी ट्विटर पर यूजर्स के ट्वीट को रिट्वीट कर लोगों का हौसला बढ़ा रहे हैं. इसके साथ ही लोगों से कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए भी अपील कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर पीएम मोदी ने कोविड-19 को लेकर कई ट्वीट किए हैं. पीएम ने ट्विटर पर लिखा कि कई लोग डॉक्टरों की तारीफ कर रहे हैं, जो उनका मनोबल बनाने का काम करेगा. कोरोना से लड़ाई लड़ने में डॉक्टर, नर्स, एयरपोर्ट स्टाफ समेत कई लोग जी तोड़ काम कर रहे हैं.
कोरोना वायरस के चलते प्रधानमंत्री लोगों से गैर-जरूरी यात्राओं को टालने और विदेश ना जाने की अपील कर चुके हैं. पीएम मोदी का कहना है कि गैर-जरूरी यात्रा करना और लोगों के संपर्क में आने से बचा जाए तो बेहतर होगा. इसके साथ ही पीएम मोदी ने ट्विटर पर कहा है कि वे नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कोशिश करेंगे.
आर्थिक मदद का ऐलान
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस पर बीते रविवार सार्क देशों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है. पीएम मोदी ने कहा कि हमें कोरोना से घबराने की नहीं बल्कि साथ लड़ने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सार्क देशों को सावधानी बरतनी होगी.
इस चर्चा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'हम गंभीर चुनौतियों से जूझ रहे हैं. हमें नहीं पता है कि इस महामारी का स्वरूप क्या होगा. हम एक साथ आकर इससे निपट सकते हैं. रणनीति के लिए हमें तैयार रहना होगा. भारत कोरोना वायरस से निपटने के लिए 1 करोड़ डॉलर देने के लिए तैयार है.