taaja khabar..CJI को वकीलों का पत्र, मोदी बोले-धमकाना कांग्रेस की संस्कृति:600 वकीलों ने चीफ जस्टिस से कहा- न्यायपालिका खतरे में है, दबाव से बचाना होगा ..अरविंद केजरीवाल की बढ़ी ED रिमांड, कोर्ट में सीएम ने खुद दी दलीलें..लोकसभा चुनाव लड़ेंगे फिल्म स्टार गोविंदा? एकनाथ शिंदे की शिवसेना में हुए शामिल..केजरीवाल को CM पद से हटाने वाली याचिका खारिज, जानें दिल्ली HC ने क्या कहा..प्रकाश आंबेडकर ने संजय राउत पर बोला हमला, बोले- 'आपने पीठ में छुरा घोंपने का काम किया'..रक्षामंत्री बोले- सरकार अग्निवीर योजना में बदलाव को तैयार:सेना को युवाओं की जरूरत; कांग्रेस ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया, कहा- ये यूथ से धोखा..

नागरिकता संशोधन विधेयकः गृह मंत्री अमित शाह ने बताया, क्यों नहीं दी मुस्लिमों को बिल में जगह

नई दिल्ली नागरिकता संशोधन विधेयक पर राज्यसभा में विपक्षा के सवालों का जवाब देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि इस विधेयक में मुसलमानों को क्यों नहीं शामिल किया गया? उन्होंने कहा कि बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में मुस्लिम बहुसंख्यक हैं इसलिए उनपर अत्याचार की संभावनाएँ बहुत कम हैं। गृह मंत्री ने कहा कि विपक्ष 6 धर्मों के लोगों को शामिल करने के लिए प्रशंसा नहीं कर रहा है बल्कि उसका पूरा ध्यान मुस्लिमों पर ही टिका है। गौरतलब है कि विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने सवाल पूछा था कि भारत के और भी पड़ोसी देश हैं तो केवल बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान को ही इसमें क्यों शामिल किया गया। उन्होंने यह भी पूछा था कि मस्लिमों पर भी अफगानिस्तान में तालिबान ने अत्याचार किया लेकिन उन्हें विधेयक में जगह क्यों नहीं दी गई। गृह मंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि क्या बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में मुस्लिमों को अल्पसंख्यक माना जा सकता है? उन्होंने कहा, 'उन देशों का मुख्य धर्म इस्लाम है तो उनपर अत्याचार होने की संभावना भी बहुत कम है।' 'इन देशों ने नहीं किया लियाकत-नेहरू पैक्ट पर अमल' गृह मंत्री ने मुस्लिमों के लिए कहा कि उन्हें किसी भी तरह से डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि बिल का भारत के मुसलमानों से कोई लेनादेना नहीं है। शाह ने कहा, 'पड़ोसी देशों ने लियाकत-नेहरू समझौते की बातों पर अमल नहीं किया। सभी सरकारों का कर्तव्य है कि इस समझौते को मानें।' शाह ने कहा कि यूपीए सरकार के दौरान राजस्थान सरकार ने गृह मंत्री पी चिदंबरम को पाकिस्तान से आने वाले हिंदू और सिख शरणार्थियों के बारे में पत्र लिखा था। इसके बाद दो ही धर्मों के 13 हजार लोगों को फायदा मिला था। उन्होंने कहा, हमने विधेयक में 6 धर्मों को शामिल किया है।' गृह मंत्री ने कहा कि कोई भी कांग्रेस पर बात नहीं करता क्योंकि वे लोग धर्मनिरपेक्ष कहे जाते हैं। आप कब तक लोगों को मूर्ख बनाएंगे? रोहिंग्या पर गृह मंत्री का जवाब गृह मंत्री ने कहा कि रोहिंग्या म्यांमार से सीधे नहीं आते बल्कि बांग्लादेश के रास्ते भारत में घुसपैठ करते हैं इसलिए उन्हें विधेयक में जगह नहीं दी गई। गृह मंत्री ने कहा कि क्या कश्मीर में हिंदू या बौद्ध नहीं रहते हैं? उन्होंने कहा, 'कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाया गया है तो सभी के लिए हटाया गया है चाहे वे किसी भी धर्म के हों।

Top News