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विजय बघेल 2008 को याद कर करेंगे दो-दो हाथ, भूपेश बघेल के लिए मुकाबला नहीं आसान

रायपुर: बीजेपी ने दुर्ग सांसद विजय बघेल (Vijay Baghel News In Hindi) पर बड़ा दांव लगाया है। यूपी के करहल की तरह से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के सबसे बड़े चेहरे भूपेश बघेल को हराने की जिम्मेदारी दी है। विजय बघेल एक बार भूपेश बघेल को शिकस्त दे चुके हैं। 2008 की उस जीत को याद कर सीएम भूपेश बघेल को विजय बघेल टक्कर देंगे। पार्टी ने तीन महीने पहले ही पाटन विधानसभा से उनके नाम की घोषणा कर दी है। ऐसे में पूरे दमखम के साथ विजय बघेल सीएम को टक्कर देने मैदान में उतर रहे हैं। दरअसल, दुर्ग सांसद विजय बघेल बीजेपी में आने से पहले एनसीपी में थे। 2003 के विधानसभा चुनाव में वह एनसीपी के टिकट पर पाटन से चुनाव लड़े थे। कांग्रेस नेता भूपेश बघेल से चुनाव हार गए थे लेकिन विजय बघेल हार नहीं माने। 2003 की हार के बाद उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया। 2008 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने विजय बघेल को ही पाटन से उम्मीदवार बनाया है। विजय बघेल बीजेपी की उम्मीदों पर खरे उतरे और भूपेश बघेल को चुनाव हरा दिया। 2008 की जीत ही विजय बघेल की सबसे बड़ी ताकत है। 2013 में भी वह भूपेश बघेल के खिलाफ मैदान में उतरे थे और मामूली अंतर से चुनाव हार गए थे। 2018 में बीजेपी ने दूसरे उम्मीदवार पर दांव लगाया तो हार का अंतर ज्यादा बढ़ गया। ऐसे में बीजेपी ने फिर से विजय बघेल पर ही दांव लगाया है। 2008 की जीत की याद को लेकर विजय बघेल 2023 में भूपेश बघेल से दो-दो हाथ करेंगे। भूपेश बघेल की बढ़ेगी चुनौती वहीं, विजय बघेल के आने के बाद भूपेश बघेल की राह भी आसान नहीं है। उनका सामना जब-जब विजय बघेल से हुआ है, तब-तब भूपेश बघेल को कड़ी चुनौती मिली है। सीएम भूपेश बघेल को पता है कि विजय बघेल वहां के लिए धाकड़ उम्मीदवार हैं। भूपेश बघेल से वह मामूली अंतर से ही चुनाव हारते रहे हैं। ऐसे में भूपेश बघेल को प्रदेश के साथ-साथ पाटन में भी अपनी जीत पक्की करने के लिए अलग रणनीति बनानी होगी।

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