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बीजेपी की पहली लिस्ट से ज्योतिरादित्य सिंधिया को मिली राहत, कमलनाथ के करीबी को घेरने के लिए चला बड़ा दाव

भोपाल: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने 39 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में उन सीटों पर फोकस किया गया था जहां 2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। कमलनाथ के खास सज्जन सिंह वर्मा को घेरने के लिए बीजेपी ने बड़ा दाव चला है। इसके साथ ही बीजेपी ने सिंधिया समर्थक नेता को भी खुश करने की कोशिश की है। दरअसल, राजेश सोनकर को सोनकच्छ विधानसभा सीट से बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया है। सोनकच्छ विधानसभा सीट से अभी सज्जन सिंह वर्मा विधायक हैं। राजेश सोनकर सांवेर विधानसभा सीट से टिकट के दावेदार माने जा रहे थे। सांवेर विधानसभा सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक तुलसी सिलावट विधायक हैं। हाल ही में राजेश सोनकर के नाराजगी की भी खबरें सामने आई थी। कहा जा रहा था कि वो सांवेर विधानसभा सीट से टिकट चाहते हैं। तुसली सिलावट के बीजेपी में शामिल होने के बाद भी राजेश सोनकर नाराज थे। लेकिन तब उनकी नाराजगी को दूर करने के लिए बीजेपी ने उन्होंने इंदौर ग्रामीण का अध्यक्ष घोषित किया था। SC सीट है सोनकच्छ देवास जिले की सोनकच्छ विधानसभा सीट SC वर्ग के लिए आरक्षित है। सोनकच्छ से टिकट देकर सिंधिया समर्थक और सांवेर विधायक तुलसीराम सिलावट को राहत दी है। सोनकच्छ विधानसभा सीट इंदौर से लगी हुई है। सोनकच्छ विधानसभा सीट से राजेश सोनकर के मैदान में आने से सज्जन सिंह वर्मा के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं। राजेश सोनकर का इंदौर के साथ-साथ कई विधानसभा सीटों पर प्रभाव है। सांवेर से सिलावट का टिकट तय? राजेश सोनकर को सोनकच्छ विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाय जाने के बाद अब माना जा रहा है कि सांवेर से तुलसी सिलावट ही उम्मीदवार होंगे। पहले ऐसा कहा जा रहा था कि राजेश सोनकर को टिकट नहीं मिलने से भितरघात का खतरा हो सकता है। इस विधानसभा सीट से टिकट के लिए दो ही कैंडिडेट्स मुख्य रूप से दावेदार थे। 2020 में हुए उप-चुनाव में तुलसी सिलावट को टिकट देने के बाद से ही राजेश सोनकर को बड़ी जिम्मेदारी देने की अटकलें लगाई जा रही थीं। सोनकर के सोनकच्छ जाने से सिलावट की राहें आसान हो गई हैं।

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