अखिलेश यादव पर पत्नी की संपत्ति की कीमत कम दिखाने का आरोप, बीजेपी ने की शिकायत

आजमगढ़ समाजवादियों के गढ़ आजमगढ़ में पिता मुलायम सिंह यादव की सियासी विरासत संभालने के लिए आजमगढ़ संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर बीजेपी ने संपत्तियों की कीमत कम करके दिखाने का आरोप लगाया है। बीजेपी नेता श्रीकृष्ण पाल ने जिलाधिकारी कोर्ट में आपत्ति दाखिल कर अखिलेश यादव को नोटिस जारी करने और उनका नामाकंन रद्द करने की मांग की है। एसपी मुखिया अखिलेश यादव ने आजमगढ़ संसदीय सीट से नामाकंन के दौरान दिए गए शपथ में वित्तीय वर्ष 2017-18 में अपनी कुल आय 84,83,063 रुपये और अपनी पत्नी डिंपल यादव की आय 61,45,073 रुपये बताई है। इसी तरह शपथ पत्र में अखिलेश यादव ने अपनी 7,90,01,116 रुपये और उनकी पत्नी डिंपल यादव की 3,68,16,108 रुपये की चल संपत्ति और 16,90,21,941 रुपये (अखिलेश) और 9,30,20,001 रुपये (डिंपल) की अचल संपत्ति बताई है। शपथ पत्र के मुताबिक, अखिलेश यादव के उपर बैंक, वित्तीय संस्थाओं और अन्य मिलाकर को मिलाकर 14,26,500 रुपये और उनकी पत्नी पर 14,26,500 का कर्ज है। कुछ यूं हुई है गड़बड़ बीजेपी नेता श्रीकृष्ण पाल के मुताबिक, इस शपथ पत्र में अखिलेश यादव ने अपनी पत्नी की संपत्ति को लेकर झूठ बोला है। उन्होंने दाखिल आपत्ति में कहा है कि अखिलेश यादव ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के अपने नामाकंन में पेज संख्या 7 पर साकिन मुचहरा सैफई इटावा क्रय की गई भूमि रक्बा 17.93 एकड़ का मूल्य 14,96,561 रुपये दर्शाया है जबकि विधान परिषद चुनाव 2012 में अखिलेश यादव द्वारा उक्त भूमि का मूल्य 17,53,997 रुपये दिखाया गया है। यही नहीं वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने उक्त भूमि की कीमत 17,53,997 रुपये बताई थी लेकिन वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में अपने नामाकंन के पेज संख्या आठ पर उसी भूमि की कीमत 14,96541 रुपये बताई है। श्रीकृष्ण पाल ने कहा, 'यह जानबूझकर की गई गलती है। कारण कि इत्तेफाक एक जगह हो सकता है, दो-दो जगह नहीं। जमीन की वैल्यू बदलती है। सही मामले में उसकी कीमत बढ़नी चाहिए जबकि इसे घटाकर दिखाया गया है इसलिए हमने जिला निर्वाचन अधिकारी से मांग की है कि अखिलेश का नामाकंन रद्द करते हुए उन्हें नोटिस जारी की जाए।

Top News