कोरोना: ब्रिटेन में फंसे भारतीय छात्रों को राहत, चिंताओं पर उच्चायोग देगा ध्यान

यूनाइटेड किंगडम में जिन भारतीयों को ताजा कोरोना वायरस ट्रैवल एडवाइजरी की वजह से वीजा अवधि से ज्यादा रहने का खतरा है, उनके लिए राहत की खबर सामने आई है. यूके के गृह विभाग ने भारतीय उच्चायोग को आश्वस्त किया है कि वो ऐसे लोगों की चिंताओं पर गौर करेगा. भारत की ओर से ये ट्रैवल एडवाइजरी 18 मार्च को आई. इसके मुताबिक, 'यूरोपीय यूनियन और यूरोपीय फ्री ट्रेड एसोसिएशन के सदस्य देशों, तुर्की और यूनाइटेड किंगडम से आने वाले यात्रियों का भारत यात्रा पर आना प्रतिबंधित है.' ये घटनाक्रम UK में हजारों भारतीयों की बेचैनी बढाने वाला रहा. नेशनल इंडियन स्टूडेंट्स एंड एलुम्नाई (NISAU) से संपर्क की लाइन खुलते ही करीब 600 छात्र-छात्राओं ने संपर्क किया. इस बारे में NISAU चेयरपर्सन सनम अरोड़ा ने कहा, 'हमारी ओर से जानकारी मांगे जाने पर 600 से अधिक लोगों ने हमसे संपर्क किया. इससे पता चलता है कि हजारों लोग प्रभावित हुए हैं. करीब 450 लोगों ने कहा कि वो तत्काल भारत जाना चाहते हैं. इनमें से 53 ऐसे भी हैं जिनकी वीजा अवधि जल्दी खत्म हो रही है. ऐसे लोगों की संख्या निरंतर बढ़ रही है. त्रिशाला सान्याल ऐसी ही एक छात्रा हैं जिन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंजलिया से अपना कोर्स पूरा किया है और उन्हें 23 मार्च को लौटना था. त्रिशाला के वीजा की अवधि 24 मार्च को खत्म हो रही है. त्रिशाला का जहां यात्रा का कार्यक्रम गड़बड़ा गया वहीं उनके वीजा अवधि से अधिक यूके में रहने का जोखिम भी हो गया है. त्रिशाला को जब पता चला कि UK के गृह विभाग ने भारतीय उच्चायोग को आश्वासन दिया है तो उन्होंने इंडिया टुडे से कहा, जिनके वीजा की अवधि खत्म हो रही है उनकी चिंताओं को उच्चायोग देखेगा, ये बात मेरे लिए बड़ी राहत है. मुझे उम्मीद है कि देरसवेर उच्चायोग की ओर से आवश्यक कदम उठाए जाएंगे. हम या तो भारत लौट सकेंगे या फिर हमारे वीज़ा की अवधि बढ़ाई जाएगी. मैं समझती हूं कि वीजा अवधि बढ़ाई जानी चाहिए क्योंकि ऐसे वक्त में यात्रा करने से वायरस से संक्रमित होने का खतरा है. त्रिशाला जैसे लोगों के लिए सूचना तक सीधी पहुंच के लिए भारतीय उच्चायोग ने अपनी वेबसाइट पर स्पेशल रजिस्ट्रेशन फॉर्म उपलब्ध कराया है. इसके अलावा उन्हें ट्विटर और फेसबुक पर भी उच्चायोग से जुड़े रहने के लिए कहा गया है. पहले से हट कर UK ने भी अब कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर ऐहतियाती कदम उठाना शुरू कर दिया है. जहां सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है वहीं लोगों को पब, क्लब, थिएटर जैसी जगहों पर नहीं जाने की सलाह दी गई है. कोशिश यही है कि लोग कम से कम एक दूसरे के संपर्क में आएं. आने वाले दिनों में और लॉक डाउन के फैसले लिए जा सकते हैं इससे यहां अधर में लटके छात्रों की दिक्कतें और बढ़ सकती हैं. अहम ये है कि UK का गृह विभाग जल्द से जल्द अपने आश्वासन को पूरा करे.

Top News