taaja khabar..CJI को वकीलों का पत्र, मोदी बोले-धमकाना कांग्रेस की संस्कृति:600 वकीलों ने चीफ जस्टिस से कहा- न्यायपालिका खतरे में है, दबाव से बचाना होगा ..अरविंद केजरीवाल की बढ़ी ED रिमांड, कोर्ट में सीएम ने खुद दी दलीलें..लोकसभा चुनाव लड़ेंगे फिल्म स्टार गोविंदा? एकनाथ शिंदे की शिवसेना में हुए शामिल..केजरीवाल को CM पद से हटाने वाली याचिका खारिज, जानें दिल्ली HC ने क्या कहा..प्रकाश आंबेडकर ने संजय राउत पर बोला हमला, बोले- 'आपने पीठ में छुरा घोंपने का काम किया'..रक्षामंत्री बोले- सरकार अग्निवीर योजना में बदलाव को तैयार:सेना को युवाओं की जरूरत; कांग्रेस ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया, कहा- ये यूथ से धोखा..

वाराणसी में बोले पीएम मोदी, काशी को मैंने नहीं मुझे काशी ने बदला, यहां के फक्कड़पन में रम गया यह फकीर

वाराणसी पीएम नरेंद्र मोदी ने काशी में अपने नामांकन से एक दिन पहले मेगा रोड शो और गंगा आरती कर शक्ति प्रदर्शन किया। इसके बाद उन्होंने काशी की जनता को संबोधित करते हुए क्षेत्र में अपने 5 साल के काम का रिपोर्ट कार्ड रखा। यही नहीं इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि यदि आप लोगों की अनुमति हो तो मैं कल नामांकन भर दूं? पीएम मोदी का इतना कहना भर ही था कि उमड़ा जनसैलाब मोदी-मोदी के नारों से गूंज उठा। पीएम ने अपने भावुक संबोधन में कहा कि यह फकीर भी अब काशी के फक्कड़पन में रम गया है। पीएम मोदी ने अपने ही अंदाज में संबोधित करते हुए कहा कि लोग पूछते हैं कि मोदी ने काशी में क्या बदलाव किया? लेकिन मैं यह बताना चाहता हूं कि काशी ने मुझमें क्या बदलाव किया। भावुकता भरे संबोधन में उन्होंने कहा, 'यह मेरा सौभाग्य है कि काशी के ज्ञान के विश्लेषण और तार्किक अनुभवों से मैं जुड़ सका। काशी की आध्यात्मिक आस्था से कबीरदास, रविदास, तुलसीदास और महात्मा बुद्ध जैसे लोगों को प्रेरणा मिली। इस प्रेरणा ने मुझे भी वैश्विक स्तर पर मूल्यों के साथ खड़े होने का संबल दिया है।' पीएम मोदी ने कहा, 'काशी में मिले प्यार से अभिभूत हूं। वाराणसी ने मुझे नई-नई चीजें सीखने में मदद करने में बड़ी भूमिका निभाई है। इसके लिए मैं बाबा विश्वनाथ और मां गंगा को नमन करता हूं। 5 साल पहले जब मैंने काशी में कदम रखा तो कहा था कि मां गंगा ने मुझे बुलाया है। मैया ने मुझे इतना दुलार दिया, भाइयों और बहनों ने इतना प्यार दिया कि बनारस के फक्कड़पन में यह फकीर भी रम गया।' '5 सालों में किसी मंदिर पर नहीं हुआ कोई हमला' काशी के चलते मेरे मन में यही भाव प्रवाहित होता रहता है कि देश हित के अलावा किसी और का हित नहीं सोचूंगा। चाहे वह पुलवामा का संकट हो, उरी की घटना हो या मेरे जीवन का कोई और पल। लेकिन, मेरा एक ही मंत्र है, जिसे लेकर मैं जिया हूं, राष्ट्र प्रथम। भाइयों और बहनों यहां संकटमोचन मंदिर, गुजरात में सोमनाथ और अयोध्या में आतंकी हमले हुए। यहां पर आरती कर रहे निर्दोषों की हत्या को याद कर मन सिहर जाता है। उस वक्त की सरकार ऐसे हमलों के बाद सिर्फ चर्चा के अलावा कुछ नहीं करती। लेकिन, हमने बता दिया कि नया भारत कहता और सहता नहीं है बल्कि आतंक को मुंहतोड़ जवाब देता है। इन्हीं प्रयासों का नतीजा है कि बीते 5 सालों में भारत में किसी शहर, किसी पवित्र स्थान या मंदिर कोई आतंकी हमला नहीं हो सका। इतना बड़ा कुंभ का मेला सुख और शांति के साथ हुआ। 'काशी के कोतवाल की प्रेरणा से जुटा है चौकीदार' काशी के कोतवाल कहे जाने वाले भगवान काल भैरव का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'काशी के कोतवाल हैं, काल भैरव। उन्हीं की प्रेरणा से यह चौकीदार भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में जुटा है। जब नीयत साफ होती है तो फिर नियंता भी साथ होता है।' गाड़ी-बंगला हो, लेकिन घर लौटने की गारंटी न हो तो क्या फायदा? पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद अब जम्मू-कश्मीर के थोड़े से दायरे में सिमट कर रह गया है। उन्होंने पुलवामा में 40 जवानों को शहीद किया। इस हमले के बाद उसी क्षेत्र में अब तक 42 आतंकियों को ठिकाने लगाया जा चुका है। यह हमारा काम करने का तरीका है। दूसरी तरफ हमारे आसपास क्या स्थिति बन रही है, चुनौतियां कितनी गंभीर हैं। इस पर भी ध्यान देना जरूरी है। श्रीलंका में सीरियल धमाके हुए, प्रेम और शांति के लिए प्रार्थना करने वालों को भी आतंकियों ने नहीं बख्शा। आतंक की चुनौती को एक पल के लिए भी कम आंकना देश के लिए अन्याय है। आपके पास गाड़ी हो और बंगला हो, लेकिन शाम को जिंदा घर लौटकर न आओ तो फिर किस काम का। संपन्न और समर्थ भारत के लिए विकास के साथ ही सुरक्षा अहम है। 'मैंने दिया 5 साल का हिसाब, लोग 70 साल का नहीं दे रहे' पीएम मोदी ने कहा कि मेरा कर्तव्य है कि मैं 5 साल का हिसाब दूं। लोग 70 साल का हिसाब नहीं दे रहे हैं, यह उनकी मर्जी है। मैं अपना हिसाब आपके चरणों में रखता हूं और आपसे अपेक्षा रखता हूं कि आप आशीर्वाद दें। 'काशी में बाबा की मर्जी के बिना कुछ नहीं होता' पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि काशी में जहां बाबा विश्वनाथ स्वयं विराजे हैं, वहां उनकी मर्जी के बिना कुछ हो सकता है क्या। हम एक ऐसी दिशा की तरह बढ़ रहे हैं, जो साइंस भी हो और आध्यात्मिकता हो। टैलंट हो और टूरिज्म हो। मॉडर्नाइजेशन हो और विदआउट वेस्टर्नाइजेशन हो। हम सब मिलकर अविनाशी काशी को अलौकिक रूप देने के महायज्ञ में जुटे हैं। काशी के बदलाव को देख रहा है देश पहली बार काशी आया तो एयरपोर्ट से शहर आने वाले रास्ते को देखकर पीड़ा थी। सोचता था कि जहां जनता गंगा का आचमन करने आती है, वहां गंदगी का ढेर क्यों है? सच कहूं तो 17 मई 2014 को कुछ संकल्प मैं ले रहा था तो मन में यह सवाल था कि काशी की उम्मीदों पर खरा उतर पाऊंगा क्या? आज मैं कह सकता हूं कि हम सभी के सामूहिक सहयोग और बाबा के आशीर्वाद से काशी के बदलाव को पूरा देश अनुभव कर रहा है। बाबतपुर से शहर तक आने वाली जिस जर्जर सड़क की मैंने चर्चा की, आज वह शहर की पहचान बन गई है।

Top News