कौशांबी में पीएम मोदी ने अखिलेश यादव और राहुल गांधी पर 'काली जैकेट' से कसा तंज

कौशांबी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्षी दलों पर लगातार हमला कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में जनसभा के दौरान पीएम मोदी ने 2017 में एसपी-कांग्रेस की 'दोस्ती' पर तंज कसते हुए कहा कि अभी कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश में जो दो काली जैकेट पहनकर चारों तरफ घूम रहे थे, वे आज एक-दूसरे के दुश्मन बन गए हैं। इतना ही नहीं, पीएम मोदी ने जनसभा में कुंभ का जिक्र करते हुए पंडित जवाहरलाल नेहरू के सहारे कांग्रेस पर भी हमला किया। प्रधानमंत्री मोदी ने जिस घटना का जिक्र किया, वह 1954 को प्रयागराज में घटित हुई थी। मोदी ने कहा, 'कर्नाटक के जब नतीजे आए तो परिणाम उनके पक्ष में नहीं थे लेकिन वहां जाकर सबने हाथ पकड़कर फोटो खिंचवाई। उनके राग दरबारियों ने हवा बनाई कि बहुत बड़ा गठबंधन हो गया, सबने हाथ मिला लिए, एक-दूसरे को गले लगा लिया, अब मोदी बच नहीं सकता है। बेंगलुरु से निकलकर दिल्ली पहुंचते-पहुंचते ये एक-दूसरे के जानी दुश्मन बन गए। आपने चुनाव प्रचार देखा होगा, अभी कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश में जो दो काली जैकेट पहनकर चारों तरफ घूम रहे थे, वे आज एक-दूसरे के दुश्मन बन गए। पिछले चुनाव में एसपी-बीएसपी, जो दुश्मन थे आज बचने के लिए तुम मुझे बचाओ, मैं तुम्हें बचाऊं, ये बचने का खेल खेल रहे हैं।' 1954 की घटना का किया जिक्र पीएम मोदी ने जनसभा में कहा, 'मेरा सौभाग्य रहा है कि मुझे कई बार अर्ध कुंभ और पूर्ण कुंभ में आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर मिला। एकबार जब पंडित नेहरू प्रधानमंत्री थे तो कुंभ के मेले में आए थे। मैं जो आज बात बता रहा हूं, उस बात को पांच-छह दशक से दबा दिया गया है, छिपाया गया है। इतना ही नहीं, असंवेदनशीलता सीमा पार कर चुकी है। पंडित नेहरू आए थे तब तो मेला इतना बड़ा नहीं होता था। उस दौरान कांग्रेस की सरकार यहां थी, दिल्ली में थी, पंचायत से पार्ल्यामेंट तक कांग्रेस वाले थे। कुंभ में अव्यवस्था के कारण भगदड़ मच गई थी। हजारों लोग मारे गए थे, कुचलकर मारे गए लेकिन सरकार की इज्जत बचाने के लिए, पंडित नेहरू पर कोई दोष न मढ़ जाए, दाग न लग जाए, उस समय के मीडिया ने भी ये चीजें दिखाने की बहादुरी नहीं दिखाई।' 'कांग्रेस को चुनाव लड़ाने के लिए लोग नहीं मिल रहे' कौशांबी में आयोजित जनसभा में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, '55 साल तक एक परिवार ने जो तबाह किया है, उसे मुझे 55 महीनों में ठीक करना है, इसी भाव को लेकर मैं लगातार काम कर रहा हूं। इस चुनाव की कई विशेषताएं हैं। एक तो चुनाव की विशेषता यह है कि कांग्रेस पार्टी, जिसने देश में सालों तक राज किया, इतने सारे लोग उनके पास हैं, इनके पास पूर्व प्रधानमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्रियों का ढेर, पूर्व मंत्रियों का ढेर, न जाने क्या-क्या इनके पास है। इसके बावजूद भी देश ने उनकी हालत ऐसी करके रखी है कि कांग्रेस इस चुनाव में सबसे कम सीटों पर लड़ी है। यानी जगह नहीं बच रही है, लोग नहीं मिल रहे हैं।' '55 वर्षों का काम 55 महीनों में किया' जनसभा में मोदी ने कहा, 'जो काम पचपन साल में नहीं हुआ वह काम 55 महीने में इस चौकीदार ने करके दिखाया है। ये महामिलावटी लोग जातिवाद को बल देने वाले, वंशवाद को बल देने वाले हैं। इनके लोग या तो जेल में हैं या बेल में हैं। क्या ऐसे लोगों के भरोसे उत्तर प्रदेश और देश का भला होगा?' 8 सीटें लड़ने वाले भी प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं' कौशांबी में मोदी ने कहा, 'जो आठ सीटें लड़ते हैं वह भी प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं, जो 20 सीटें लड़ते हैं, वह भी प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं। इनको मालूम है क्या कि विपक्ष का नेता बनने के लिए भी 50 से ज्यादा सीटों की जरूरत होती है। जो समाजवादी पार्टीवाले गांव के गुंडे को नहीं मार सकते, वह आतंकवादियों को ठीक कर सकते हैं क्या? जो बीएसपी वाले गांव के गुंडे को सही नहीं कर सकते, वह आतंकवादियों को ठीक कर सकते हैं क्या?' 'हमारी सेना ने क्या किया...ऊपर से गए' मोदी ने कहा, 'हमारे जवानों की बहादुरी के कारण, मोदी ने सेना के जवानों को खुली छूट दे दी है। इसने पहले किया सर्जिकल स्ट्राइक, फिर एयर स्ट्राइक। पाकिस्तान सोच रहा था कि मोदी ने पहली बार सीमा पर से आकर हमारे कैंप तोड़े थे, इस बार भी मोदी वहां से आएगा, सारी फौजें खड़ी कर दीं, टैंक खड़े कर दिए। हमारी सेना ने क्या किया- ऊपर से गए...बजरंगबली की जय। गोली का जवाब, गोले से दे दिया। आज हिंदुस्तान बदल गया है, घर में घुसकर मारता है।

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