जिले में 2 लाख 10 हजार 249 बच्चों ने पी पोलियो ड्रॉप्स, कल घर-घर जाकर पिलाई जाएगी दवा

- 79.24 फीसदी ने पी दो बूंद जिंदगी की, डब्ल्यूएचओ व जिला स्तरीय अधिकारियों ने किया अभियान का निरीक्षण हनुमानगढ़। पल्स पोलियो महाभियान के तहत आज 19 जनवरी रविवार को प्रातः 9 बजे जिले के 1105 बूथों में 79.24 फीसदी बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई। जिला स्तरीय कार्यक्रम आज मक्कासर पीएचसी में आयोजित किया गया, जहां अतिरिक्त जिला कलक्टर (एडीएम) अशोक असीजा एवं सीएमएचओ डॉ. अरूण कुमार ने बच्चों को पोलियो की डॉप्स पिलाकर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उनके साथ-साथ आरसीएचओ डॉ. विक्रमसिंह, हनुमानगढ़ बीसीएमओ डॉ. ज्योति धींगड़ा, कार्यक्रम की मॉनिटरिंग के लिए राज्य स्तर से आए अधिकारियों ने भी उपस्थित बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई। महाभियान को सफल बनाने में आमजन, शिक्षकों, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों व समाज के प्रबुद्व नागरिकों का अभूतपूर्व सहयोग रहा, जिन्होंने अपने आस-पड़ोस, गांव, मौहल्ले के छोटे बच्चों को पोलियो बूथ पर लाकर उन्हें पोलियो ड्रॉप्स पिलाने में सहयोग प्रदान किया। दवा पीने से वंचित रह गए बच्चों को 20 व 21 जनवरी को घर-घर जाकर दवा पिलाई जाएगी। सीएमएचओ डॉ. अरूण कुमार ने बताया कि पल्स पोलियो महाभियान के बारे में बताया कि आज प्रातः 9 से सायं 5 बजे तक जिले भर में 1105 बूथों पर पल्स पोलियो की दवा पिलाई गई। अभियान के तहत जिले के 2 लाख 65 हजार 331 बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके तहत आज प्रथम दिन 2 लाख 10 हजार 249 बच्चों को दवा पिलाई गई, जो लक्ष्य का 79.24 प्रतिशत रहा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से जितेन्द्र सिंह शेखावत ने अभियान का निरीक्षण किया। सीएमएचओ डॉ. अरूण कुमार ने बताया कि इस महाअभियान के दूसरे व तीसरे दिन 20 व 21 जनवरी को घर-घर जाकर बच्चों को दवा पिलाई जायेगी। कार्यक्रम में हाईरिस्क ऐरिया पर घुमन्तु जातियां विशेष तौर पर गाड़िया लौहारों, मनिहारो, पत्थरों का कार्य करने वालों व गृह निर्माण व ईट भट्टों पर कार्य करने वाले श्रमिकों के बच्चों के लिए विशेष अभियान चलाकर पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि समस्त ब्लॉकों में भी बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई। सभी ब्लॉक चिकित्सा अधिकारियों, चिकित्सा अधिकारी व प्रभारियों ने लगातार अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमण किया तथा तथा सभी बच्चों को बूथ पर लाकर दवा पिलाने में सहयोग दिया। चिकित्सा विभाग के साथ महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, साथिन, जनमंगल जोड़ों, स्वयंसेवी संगठनो का भी सहयोग रहा। अभियान में शिक्षा विभाग का अहम योगदान रहा, जिसके तहत रविवार को उन सभी स्कूलों का,े जिनमे बूथ बनाये गयें है, उन्हे खुला रखा। साथ ही एनसीसी, एनएसएस व स्काउट के बच्चे भी छोटे बच्चों को बूथ पर लाकर दवा पिलाने में सहयोग किया।

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