taaja khabar..CJI को वकीलों का पत्र, मोदी बोले-धमकाना कांग्रेस की संस्कृति:600 वकीलों ने चीफ जस्टिस से कहा- न्यायपालिका खतरे में है, दबाव से बचाना होगा ..अरविंद केजरीवाल की बढ़ी ED रिमांड, कोर्ट में सीएम ने खुद दी दलीलें..लोकसभा चुनाव लड़ेंगे फिल्म स्टार गोविंदा? एकनाथ शिंदे की शिवसेना में हुए शामिल..केजरीवाल को CM पद से हटाने वाली याचिका खारिज, जानें दिल्ली HC ने क्या कहा..प्रकाश आंबेडकर ने संजय राउत पर बोला हमला, बोले- 'आपने पीठ में छुरा घोंपने का काम किया'..रक्षामंत्री बोले- सरकार अग्निवीर योजना में बदलाव को तैयार:सेना को युवाओं की जरूरत; कांग्रेस ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया, कहा- ये यूथ से धोखा..

2 साल बाद योगी आदित्यनाथ कैबिनेट का पहला विस्तार, जानिए नए मंत्रियों के बारे में

लखनऊ उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की अगुआई वाली मंत्रिपरिषद का पहला विस्तार हुआ है। 19 मार्च 2017 को योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। दो साल के बाद हुए इस विस्तार में 18 नए चेहरों को सरकार में जगह मिली है। वहीं, स्वतंत्र प्रभार वाले चार मंत्रियों का कैबिनेट मंत्री के रूप में प्रमोशन हुआ है। महेंद्र सिंह, सुरेश राणा, भूपेंद्र सिंह चौधरी और अनिल राजभर को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार से प्रमोट करते हुए कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। वहीं, नीलकंठ तिवारी का ओहदा राज्यमंत्री से बढ़ाकर राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार किया गया है। एक नजर सीएम योगी की टीम में शामिल नए चेहरों पर: रामनरेश अग्निहोत्री (कैबिनेट मंत्री)-मैनपुरी की भोगांव सीट से विधायक, राजनाथ सिंह के करीबी, यादव परिवार के गढ़ में बीजेपी का खाता खोला। कमला रानी वरुण (कैबिनेट मंत्री)- दलित नेता, कानपुर की घाटमपुर (सुरक्षित) सीट से विधायक, 11वीं और 12वीं लोकसभा का जीता था चुनाव। कपिलदेव अग्रवाल (राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार)- मुजफ्फरनगर सीट से विधायक, केंद्रीय मंत्री और सांसद संजीव बाल्यान के करीबी माने जाते हैं। सतीश चंद्र द्विवेदी (राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार)- सिद्धार्थनगर की इटवा सीट से विधायक, चुनाव में पूर्व स्पीकर माता प्रसाद पांडे को दी थी शिकस्त। अशोक कटारिया (राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार)- बीजेपी प्रदेश महामंत्री और एमएलसी, आरएसएस और एबीवीपी की पृष्ठभूमि, बिजनौर से आने वाले गुर्जर नेता। श्रीराम चौहान(राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार)- आरएसएस बैकग्राउंड से आने वाले दलित नेता, बस्ती से सांसद भी रह चुके हैं, धनघटा (सुरक्षित) सीट से विधायक। रविंद्र जायसवाल (राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार)- वाराणसी उत्तर सीट से लगातार दूसरी बार विधायक, राजनीति में आने से पहले वकालत करते थे। अनिल शर्मा (राज्यमंत्री)- बुलंदशहर जिले की शिकारपुर सीट से विधायक, दो बार खुर्जा से बीएसपी विधायक भी रहे, ग्राम प्रधान से शुरू की राजनीति। महेश चंद्र गुप्ता (राज्यमंत्री)- बदायूं सदर सीट से दूसरी बार विधायक, संगठन की मजबूती के लिए सक्रिय, इस बार धर्मेंद्र यादव से बदायूं सीट छीनने में योगदान। आनंद स्वरूप शुक्ला (राज्यमंत्री)- बलिया नगर सीट से विधायक, ब्राह्मण समाज से आने वाले आनंद ने पहली बार जीता है चुनाव, बीजेपी सदस्यता अभियान में काफी सक्रिय। विजय कश्यप (राज्यमंत्री)- ओबीसी समुदाय से आने वाले नेता, 17वीं विधानसभा में सहारनपुर की चरथावल सीट से विधायक। डॉ. गिर्राज सिंह धर्मेश (राज्यमंत्री)- आगरा कैंट विधानसभा सीट से एमएलए, समाजसेवी की छवि, डॉक्टर होने के साथ-साथ पेट्रोल पंप के मालिक। लाखन सिंह राजपूत (राज्यमंत्री)- औरैया जिले की दिबियापुर सीट से विधायक, लोध समुदाय से आने वाले नेता, संगठन में सक्रिय। नीलिमा कटियार (राज्यमंत्री)- बीजेपी की प्रदेश महामंत्री, संघ से जुड़ाव, कानपुर की कल्याणपुर सीट से विधायक, मां प्रेमलता कटियार दिग्गज नेता। चौधरी उदयभान सिंह (राज्यमंत्री)- आगरा के फतेहपुर सीकरी से विधायक, जाट समाज से आते हैं, यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर भी रह चुके हैं। चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय (राज्यमंत्री)- बुंदेलखंड क्षेत्र के चित्रकूट से विधायक, बीजेपी के जिलाध्यक्ष होने के अलावा आरएसएस की पृष्ठभूमि। रमाशंकर सिंह पटेल (राज्यमंत्री)- मिर्जापुर के मड़िहान से विधायक, पटेल (कुर्मी) समुदाय से आते हैं, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह के करीबी। अजीत सिंह पाल (राज्यमंत्री)- कानपुर देहात की सिकंदरा सीट से पहली बार विधायक, पिता मथुरा पाल भी कई बार एमएलए रहे।

Top News