taaja khabar..के. कविता ने केजरीवाल-सिसोदिया के साथ मिलकर शराब नीति में कराया बदलाव', ईडी का बड़ा दावा..फिर से मोदी' के नारों से गूंजा कोयंबटूर, फूलों की बारिश के बीच प्रधानमंत्री ने किया रोड शो..लोकसभा चुनाव में संतों को प्रतिनिधित्व की मांग

अनलॉक 1 में पटरी पर लौटी इकोनॉमी, निर्यात के मोर्चे पर आई अच्छी खबर

नई दिल्ली, 16 जुलाई 2020,करीब दो महीने के सख्त लॉकडाउन के बाद 1 जून से देश अनलॉक मोड में है. इस अनलॉक के दौरान देश की इकोनॉमी पटरी पर लौटती दिख रही है. हाल ही में जून के जीएसटी कलेक्शन के आंकड़ों ने इसके संकेत दिए थे. वहीं, अब आयात और निर्यात के आंकड़े भी जारी कर दिए गए हैं. जून में निर्यात का आंकड़ा सुधरा है, क्योंकि अप्रैल में इसमें 60.28 प्रतिशत और मई में 36.47 प्रतिशत की गिरावट आयी थी. क्या कहते हैं जून के आंकड़े वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के बुधवार को जारी आंकड़े के अनुसार कोविड-19 के कारण कमजोर वैश्विक मांग से जून में निर्यात 12.41 प्रतिशत घटकर 21.91 अरब डॉलर रहा. आंकड़ों के मुताबिक आयात भी लगातार चौथे महीने घटा. इस माह में आयात 47.59 प्रतिशत घटकर 21.11 अरब डॉलर रहा. यह लगातार चौथा महीना है जब आयात और निर्यात, दोनों ही घटा है. निर्यात में कहां कमी और कहां सुधार मुख्य रूप से पेट्रोलियम, कपड़ा, इंजीनियरिंग सामान और रत्न एवं आभूषण के निर्यात में गिरावट से कुल निर्यात कम हुआ है. निर्यात वाले जिन क्षेत्रों में नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गयी है, उसमें रत्न एवं आभूषण (-50 प्रतिशत), चमड़ा (-40.5 प्रतिशत), पेट्रोलियम उत्पाद (-31.65 प्रतिशत), इंजीनियरिंग सामान (-7.5 प्रतिशत), सभी प्रकार के कपड़ों सिले-सिलाये परिधान (-34.84 प्रतिशत), काजू (-27 प्रतिशत) शामिल हैं. हालांकि तिलहन, कॉफी, चावल, तंबाकू, मसाला, औषधि और रसायन के निर्यात में जून में वृद्धि दर्ज की गयी. क्या कहते हैं एक्सपर्ट भारतीय दलहन एवं उपज निर्यात संवर्धन परिषद (आईओपीईपीसी) के चेयरमैन खुशवंत जैन ने कहा कि अच्छा उत्पादन होने और निर्यात बढ़ाने के सरकार के उपायों से तिलहन निर्यात बढ़ा है. जैन ने कहा, ‘‘आने वाले महीनों में भी वृद्धि बने रहने की उम्मीद है. वाणिज्य मंत्रालय हमारे सभी मसलों का समाधान कर रहा है.’’ भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद (टीपीसीआई) के चेयरमैन मोहित सिंगला ने कहा कि आर्थिक गतिविधियां धीरे-धीरे सुधर रही हैं. कई कामगार अब कामों खासकर विनिर्माण क्षेत्रों में लौटने लगे हैं. इससे विनिर्माण क्षेत्र में गतिविधियां सामान्य हो रही है और उद्योग वैश्विक मांग को पूरा करने के लिये तैयार हो रहा है.

Top News