काम कर गया मोदी का मास्टर स्ट्रोक, इन पांच राज्यों से इकॉनमिक रिकवरी के संकेत

काम कर गया मोदी का मास्टर स्ट्रोक, इन पांच राज्यों से इकॉनमिक रिकवरी के संकेत पांच राज्यों में इकॉनमिक रिकवरी शुरू हो गई है। ये हैं- केरल, पंजाब, तमिलनाडु, हरियाणा और कर्नाटक। भारत की कुल जीडीपी (GDP) में इन पांच राज्यों की हिस्सेदारी 27 परसेंट है। एलारा सेक्युरिटीज के ताजा स्टडी के मुताबिक इन पांचों राज्यों में आर्थिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। एलारा ने इन राज्यों में बिजली की खपत, ट्रैफिक, थोक बाजारों में खेतिहर उत्पादों की पहुंच और गूगल के मोबिलिटी डेटा का खंगाला। एलारा की गरिमा कपूर कहती हैं कि सारे संकेतक इकॉनमी के लिए बढ़िया हैं। Punjab_farmer पंजाब में इस बार गेहूं की बम्पर फसल हुई है। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इसका जिक्र पीएम मोदी के सामने भी किया था। पंजाब के कुछ ही इलाकों में कोरोना वायरस का कहर है। अमरिंदर सिंह ने मोदी से गुजारिश की थी रेड जोन घोषित करने का फैसला राज्यों पर छोड़ दिया जाए। हुआ भी वही। मोदी सरकार ने एक जून से जो गाइडलाइन जारी की है उसमें अधिकतर फैसले राज्यों पर छोड़ दिए गए हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रवासी मजूदरों (Migrant Labourers) को रोकने की भी बहुत कोशिश की। अब फसल को मार्केट तक पहुंचाने और धान की फसल तैयार करने के लिए मजदूरों की जरूरत होगी। जो मजदूर यूपी-बिहार लौट गए हैं, उन्हें दोबारा बुलाने की कोशिश की जा रही है। इसी तरह लुधियाना और जालंधर में फैक्ट्रियों के ताले खुल गए हैं। सिर्फ इन्हीं दोनों जिलों में राज्य के बाहर के 12 लाख लोगों को रोजगार मिलता है। फैक्ट्रियां चालू होते ही बाजार फिर गुलजार होंगे। एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट में भी तेजी आएगी। haryana_maruti दिल्ली से सटे हरियाणा में भी इकॉनमिक एक्टिविटी तेज हो गई है। मानेसर और गुरुग्राम का जिक्र करना लाजिमी है। दरअसल हरियाणा के कुल जीडीपी में सर्विस सेक्टर का हिस्सा 51 फीसदी है। सर्विस सेक्टर में आईटी कंपनियां आती हैं जिनके दफ्तर गुरुग्राम में हैं। यहां लॉकडाउन के ताले खुल चुके हैं। सोशल डिस्टेंशिंग के साथ दफ्तर गुलजार हैं। IT और इस पर आधारित सर्विसेज (ITES) का देश की जीडीपी में 8 फीसदी हिस्सा है। 2018-19 में इसका आकार 181 अरब डॉलर का हो गया था। हरियाणा एक ऐसा राज्य है जहां प्रशिक्षित पेशेवरों के अलावा आम लोगों को भी रोजगार मिलता है। ऑटो पार्ट्स, साइकल, खिलौने बनाने वाली कंपनियां भारी संख्या में रोजगार पैदा करती हैं। एलारा की रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा में बिजली की खपत तेज हुई है। इससे पता चलता है कि इन कंपनियों में कामकाज परवान चढ़ रहा है। Malls कर्नाटक सरकार ने बेहद सावधानी बरत कोरोना के कहर को रोक लिया। केरल के बाद कर्नाटक मॉल, रेस्तरां खोलने वाला दूसरा राज्य है। बेंगलुरु को भारत का आईटी हब भी कहा जाता है। इसके खुलने से सर्विस सेक्टर रफ्तार पकड़ेगा। एलाना की रिपोर्ट के मुताबिक सैलून सर्विस, एयर कंडिशनर, एयर ट्रैवल, बाइक और वैक्यूम क्लीनर्स की बिक्री में तेजी आई है। कर्नाटक की जीडीपी में सर्विस सेक्टर की हिस्सेदारी 64 प्रतिशत है। इनफोसिस, विप्रो के दफ्तर खुल गए हैं या वर्क फ्रॉम से काम तेजी पकड़ रहा है। शिमोगा, हुबली, गुलमर्ग, मैसूर में स्थानीय उद्योग धंधे शुरू हो गए हैं। factory तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में कोरोना वायरस का कहर जारी है। यहां हर रोज 1000 से ज्यादा नए मरीज सामने आ रहे हैं। राहत की बात ये है कि चेन्नई के बाहर स्थिति बेहतर है। यहां मैन्युफैक्चरिंग की हिस्सेदारी जीडीपी में 34 प्रतिशत है। Hyundai, Ford Motors समेत कई कार निर्माताओं की मैनुफैक्चरिंग यूनिट यहां है। जैसे - जैसे लॉकडाउन की छूट बढ़ती जाएगी ऑटो इंडस्ट्री में रिकवरी आएगी। ये रोजगार और विकास के लिहाज से अच्छा संकेत है। Beach गोवा के अलावा केरल ऐसा राज्य है जिसने कोरोना वायरस का डट कर मुकाबला किया। हवाई सेवा शुरू होने से पहले यहां कोविड पॉजिटिव मरीजों की संख्या शून्य हो गई थी। हालांकि प्रवासियों की घर वापसी के बाद फिर से पॉजिटिव केस मिले हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ा है। राज्य के सभी घरेलू उद्योग चालू हैं। यहां मल्टीनेशनल कंपनियों के दफ्तर भी खुल गए हैं। हालांकि केरल का टूरिज्म बर्बाद हो गया है। सरकार कोशिश कर रही है कि जल्दी से जल्दी बाहर से लोग यहां आएं।

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