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राम मंदिर: उद्धव ने दिया ई-भूमिपूजन का सुझाव, बोले- हर कोई जाना चाहता है अयोध्या

मुंबई, 27 जुलाई 2020, अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन की तैयारियां जोरों पर हैं. इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के मुखपत्र सामना के साथ बातचीत में कहा कि हर कोई अयोध्या जाना चाहता है, लेकिन कोरोना के कारण स्थिति खराब है. उद्धव ने सुझाव दिया कि आप वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ई-भूमिपूजन कर सकते हैं. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि अयोध्या को लेकर मेरा रुख कभी नहीं बदलेगा. भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल होने के सवाल पर सीएम उद्धव ने कहा कि एक व्यक्ति के रूप में मैं हां या ना में कोई जवाब दे सकता हूं. संयोग से मैं पिछले साल नवंबर में अयोध्या गया था और अगले नवंबर में विवाद सुलझ गया और मैं सीएम बन गया. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि विवाद सुलझने और सीएम बनने को आप अंधविश्वास कह सकते हैं, लेकिन यह मेरा विश्वास है. कोरोना के कारण स्थिति खराब है. मैं कह सकता हूं कि मैं अयोध्या जाऊंगा. मुझे वहां सम्मान मिला है और मिलता रहेगा. बतौर सीएम मुझे सुरक्षा और अन्य सुविधाएं मिलेंगी. मैं पूजा कर सकता हूं और वापस आ सकता हूं. सामना से बात करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह कोई सामान्य मंदिर नहीं है. जब एक गांव में एक मंदिर बनाया जाता है, तो ग्रामीण एक साथ आते हैं और इसका निर्माण करते हैं. ऐसे लोग अयोध्या नहीं जा सकते. उनके लिए गांव में मंदिर महत्वपूर्ण है. अयोध्या को लेकर संघर्ष पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि हां, इसकी पृष्ठभूमि है. बाबर ने आक्रमण किया और फिर मस्जिद का निर्माण किया. हम वहां मंदिर का पुनर्निर्माण कर रहे हैं. यह हिंदुस्तान के लिए नहीं बल्कि विश्व व्यापी जिज्ञासा का विषय है. आज कोरोना में मंदिरों में प्रवेश वर्जित है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं अयोध्या जा सकता हूं और वापस आ सकता हूं, लेकिन उन लाखों राम भक्तों के बारे में क्या कहना चाहूंगा जो भाग लेना चाहते हैं? क्या आप उन्हें रोकेंगे? क्या आप वायरस के प्रसार की अनुमति देंगे? यह खुशी का क्षण है. हर कोई वहां जाना चाहता है या फिर आप वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ई-भूमिपूजन करा सकते हैं. अपनी बात दोहरात हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं सीएम के रूप में जा सकता हूं. आधिकारिक तौर पर तारीख की घोषणा नहीं की गई है. मैं तय करूंगा कि जब आधिकारिक कार्यक्रम का ऐलान होगा, लेकिन लाखों लोग कार्यक्रम में शामिल होना चाहते हैं. आप उन्हें कैसे रोकेंगे? उनके लिए सरयू के तट महत्वपूर्ण हैं. भावनाएं और लक्ष्य इसके साथ जुड़े हैं. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बयान पर बीजेपी नेता राम कदम ने कहा कि कुछ दिन पहले शरद पवार ने राम मंदिर का परोक्ष रूप से विरोध किया. एमआईएम नेताओं ने भी इसका विरोध किया. एक अलग भाषा और जुमले का इस्तेमाल करके उद्धव ठाकरे भी राम मंदिर का विरोध कर रहे हैं. कुर्सी और सत्ता के लिए उन्होंने हिंदुत्व को भूला दिया है.

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