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CAA पर बोले शाह- महात्मा गांधी, नेहरू, पटेल, आजाद ने की थी वकालत, 'पूर्वजों' के वादे को राहुल गांधी ने नहीं किया पूरा

हुबली कर्नाटक के हुबली में गृहमंत्री अमित शाह ने सीएए का विरोध कर रहे विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने 'राहुल बाबा ऐंड कंपनी' को जनता को गुमराह करने का जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, मौलाना आजाद ने भी अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का वादा किया था, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरा कर रहे हैं। गृहमंत्री ने शनिवार को कहा, '1950 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने लियाकत अली खान के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करना तथा इस बात के प्रति आश्वस्त करना था वे मुख्यधारा में शामिल हों। आज 70 सालों के बाद भारत अपने वादे को पूरा कर रहा है। हमारे मुस्लिम, ईसाई, जैन, बौद्ध, सिख और अन्य अल्पसंख्यकों को समान अधिकार के साथ व्यवहार किया जा रहा है।' महात्मा गांधी, नेहरू, पटेल, आजाद ने की थी वकालत अमित शाह ने कहा, 'देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद, प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल, मौलाना आजाद, आचार्य कृपलानी ने भी अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का वादा किया था। यहां तक कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भी 26 सितंबर 1947 को कहा था, 'पूर्वी और पश्चिमी दोनों ही पाकिस्तान में रह रहे हिंदुओं और सिखों को वापस भारत में लौटने का अधिकार है। अगर उनके साथ वहां समान व्यवहार नहीं होता है और वे वहां पर नहीं रहना चाहते हैं।' राहुल गांधी ने 'पूर्वजों' के वादे को नहीं किया पूरा उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी से कहना चाहता हूं कि यह सभी नेता कांग्रेस के ही थे। आपने तो अपने पूर्वजों के वादे को पूरा नहीं किया। पूरा कर रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। पीएम मोदी अपने दूसरे कार्यकाल में उन समस्याओं का समाधान कर रहे हैं, जो भारत में पिछले 70 सालों से व्याप्त हैं। पीएम मोदी ने यह कानून लाकर उन्हें बुनियादी मानवीय अधिकार दिए हैं। इससे विपक्ष को क्या परेशानी हो रही है भला? उन्हें केवल वोट बैंक की राजनीति करनी है। मैं मानवाधिकार के सभी पुरोधाओं से कहना चाहता हूं कि उन्हें इन रिफ्यूजी कैंपों में जाकर देखना चाहिए उन लोगों को जो 70 सालों से पानी, निकास जैसी बेसिक सुविधाओं के अभाव में जी रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान (पूर्वी और पश्चिमी दोनों) में 30 प्रतिशत हिंदू थे। वहीं आज पाकिस्तान में यह संख्या 3 प्रतिशत तथा बांग्लादेश में 7 प्रतिशत तक रह गई है। प्रदर्शन कर रहे लोगों से मैं पूछना चाहता हूं कि यह अल्पसंख्यक कहां गए। क्या कोई जवाब दे सकता है। कितने ही बलात्कार हुए। कितने धार्मिक स्थानों को तोड़ा गया। अफगानिस्तान में गौतम बुद्ध की एक विशालकाय मूर्ति थी, जिसे मिलिट्री टैंकों ने तोड़ डाला।' 'जो सीएए के खिलाफ हैं, वे दलित विरोधी हैं' शाह ने कहा, 'बाहर से यहां आए शरणार्थियों में से 70 प्रतिशत दलित हैं। मैं नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वालों से पूछना चाहता हूं कि आप पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए दलितों के खिलाफ जाकर क्या हासिल करेंगे? जो लोग सीएए का विरोध कर रहे हैं, वे दलित विरोधी हैं।' 'लोगों को गुमराह कर रही है राहुल बाबा ऐंड कंपनी' गृहमंत्री ने कहा, 'कांग्रेस और राहुल गांधी भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, सीएए में ऐसी कोई धारा नहीं है जो मुसलमानों की नागरिकता लेने की बात करती हो। इन्होंने लोगों को गुमराह किया। लोगों को सीएए के विरोध में सड़कों पर उतारा। अगर इसके जिम्मेदार कोई हैं तो वो राहुल बाबा ऐंड कंपनी, एसपी, बीएसपी, कम्युनिस्ट, केजरीवाल और ममता हैं।' शाह ने कांग्रेस पर पाकिस्तान के साथ सुर मिलाने का आरोप लगाते हुए कहा, 'मुझे पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान और कांग्रेस के नेताओं के बीच संबंध समझ में नहीं आता। राहुल गांधी और इमरान दोनों का ही कहना है कि जम्मू-कश्मीर से 370 नहीं हटना चाहिए। दोनों का ही कहना है कि सीएए लागू नहीं होना चाहिए। पाकिस्तान के हमले के समय दोनों ही सबूत मांगते हैं।

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