taaja khabar..CJI को वकीलों का पत्र, मोदी बोले-धमकाना कांग्रेस की संस्कृति:600 वकीलों ने चीफ जस्टिस से कहा- न्यायपालिका खतरे में है, दबाव से बचाना होगा ..अरविंद केजरीवाल की बढ़ी ED रिमांड, कोर्ट में सीएम ने खुद दी दलीलें..लोकसभा चुनाव लड़ेंगे फिल्म स्टार गोविंदा? एकनाथ शिंदे की शिवसेना में हुए शामिल..केजरीवाल को CM पद से हटाने वाली याचिका खारिज, जानें दिल्ली HC ने क्या कहा..प्रकाश आंबेडकर ने संजय राउत पर बोला हमला, बोले- 'आपने पीठ में छुरा घोंपने का काम किया'..रक्षामंत्री बोले- सरकार अग्निवीर योजना में बदलाव को तैयार:सेना को युवाओं की जरूरत; कांग्रेस ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया, कहा- ये यूथ से धोखा..

चीन से दो-दो हाथ करने को तैयार कनाडा, ताइवान के पास भेजा अपना युद्धपोत

ताइपे चीन से बढ़ते तनाव के बीच कनाडा का एक युद्धपोत इन दिनों साउथ चाइना सी पहुंचा है। ताइवान की खाड़ी में मौजूद कनाडा के इस युद्धपोत से चीन का भड़कना तय माना जा रहा है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि कनाडा के एक युद्धपोत ने हाल में ही साउथ चाइना सी से उत्तर दिशा में जाने के लिए ताइवान की खाड़ी का उपयोग किया है। इस दौरान ताइवानी नेवी ने उसको हवाई सुरक्षा भी प्रदान की है। कनाडाई युद्धपोत की मौजूदगी से भड़केगा चीन बता दें कि ताइवान की खाड़ी पर कब्जे को लेकर भी चीन के साथ ताइवान के संबंध बेहद खराब हैं। दोनों देशों के जहाज अक्सर इस इलाके में एक दूसरे की सीमा में घुपैठ करते रहते हैं। इस बीच अपने देश से कई हजार किलोमीटर दूर स्थित ताइवान की खाड़ी में कनाडाई युद्धपोत का पहुंचना चीन को एक सीधा संदेश है। हाल के दिनों में कनाडा और चीन के रिश्ते भी बेहद खराब दौर से गुजर रहे हैं। पहले भी ताइवान की खाड़ी से गुजर चुका है कनाडाई युद्धपोत कनाडा का युद्धपोत पिछले साल सितंबर में भी ताइवान की खाड़ी से गुजरा था। जिसे लेकर चीन ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। इसके अलावा अमेरिकी युद्धपोतों की इस क्षेत्र में मौजूदगी भी चीन के लिए खतरे का सबब बनता जा रहा है। कुछ दिनों पहले ही चीन की ईस्टर्न कमांड ने ताइवान की खाड़ी में लाइव फायर ड्रिल कर अपने मंसूबों के बारे में बताया था। हॉन्ग कॉन्ग को लेकर कनाडा और चीन में तनाव प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कुछ दिनों पहले ही हॉन्ग कॉन्ग के साथ अपनी प्रत्यर्पण संधि को खत्म कर दिया था। इसके अलावा कनाडा ने हॉन्ग कॉन्ग को भेजे जाने वाले सैन्य उपकरणों के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा दिया था। कनाडा ने ये कदम चीन के विवादित राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को हॉन्ग कॉन्ग के ऊपर लागू करने के बाद उठाया है। चीन ने कनाडा को दी थी अंजाम भुगतने की धमकी चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कनाडा के इन फैसलों के बाद कहा था कि चीन कड़े शब्दों में इसकी निंदा करता है और इस मामले में आगे भी जवाब देने का अधिकार रखता है। इसके जो भी परिणाम होंगे इसके लिए कनाडा जिम्मेदार होगा। उन्होंने कहा कि चीन पर किसी तरह का दबाव डालने की कोशिश कभी सफल नहीं होगी। Huawei को लेकर भी दोनों देशों में तकरार 2018 में जब कनाडा ने चीन की कंपनी हुआवे के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर) मेंग वांग्जो को गिरफ्तार किया था। तभी से दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध खराब हो गए थे। कनाडा ने बाद में मेंग को अमेरिका को प्रत्यर्पित कर दिया। जिसको लेकर चीन ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। मेंग हुआवेई के संस्थापक रेन झेंगफेई की बेटी हैं और कंपनी के निदेशक मंडल की उपाध्यक्ष भी हैं। उन्हें अमेरिका के बैंक धोखाधड़ी के आरोप में वैंकूवर में दिसंबर 2018 में हिरासत में लिया गया था।उनके ऊपर ईरान की सरकार के साथ अपनी कंपनी के सौदे को लेकर निवेश बैंक एचएसबीसी होल्डिंग्स को गुमराह करने का भी आरोप है।

Top News