झारखंड: NDA में गठबंधन टूटने के आसार, आज बड़ा ऐलान संभव

रांची, 12 नवंबर 2019, झारखंड की 81 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने वाले हैं. इस बीच झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सहयोगी पार्टी ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने गठबंधन तोड़ने के संकेत दिए हैं. बीजेपी की सहयोगी पार्टी आजसू ने 12 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है. जिन 12 सीटों पर आजसू ने अपने उम्मीदवार घोषित किए हैं उनमें से 4 विधानसभा सीटों पर रविवार को बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी थी. ये चारों सीटें हैं सिमरिया, सिंदरी, मांडू और चक्रधरपुर. सीटों को लेकर फंसा पेच चक्रधरपुर विधानसभा सीट से बीजेपी ने अपने प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ के नाम की घोषणा की है लेकिन सोमवार को आजसू ने चक्रधरपुर से भी अपना उम्मीदवार मैदान में उतार दिया. सूत्रों की मानें तो आजसू ने बीजेपी से 19 सीटों की मांग की थी. बीजेपी को संदेश दिया था कि उसे कम से कम 14 सीटें चाहिए लेकिन बीजेपी 9 से ज्यादा सीटें देने को तैयार नहीं है. इसी कारण सोमवार को आजसू ने अपने 12 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी. इनमें 4 सीटें ऐसी हैं जिन पर रविवार को बीजेपी अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है. जरमुंडी सीट पर मतभेद दूसरी तरफ झारखंड में एनडीए की एक और सहयोगी पार्टी एलजेपी ने झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी से 6 सीटों की मांग की थी. एलजेपी ने जिन 6 विधानसभा सीटों की मांग की थी उनमें जरमुंडी, नाला, हुसैनाबाद, बड़कागांव, लातेहार और पांकी के नाम हैं. सूत्रों की मानें तो एलजेपी ने बीजेपी के सामने प्रस्ताव रखा था कि उसे इस बार शिकारीपाड़ा विधानसभा सीट की जगह उसके प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र प्रधान की जरमुंडी विधानसभा सीट दी जाए. बीजेपी ने एलजेपी के प्रस्ताव को एक सिरे से नकार दिया है. बीजेपी ने अपनी 52 उम्मीदवारों की पहली सूची में जरमुंडी विधानसभा से भी उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है. बीजेपी के इस रुख के बाद एलजेपी ने घोषणा की है कि वह झारखंड की 37 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. बातचीत के सारे दरवाजे बंद 2014 में झारखंड विधानसभा चुनाव बीजेपी, आजसू और एलजेपी ने मिलकर लड़ा था. तब बीजेपी ने 72 सीटों पर, आजसू ने 8 सीटों पर और एलजेपी ने एक सीट पर चुनाव लड़ा था. बीजेपी ने 37 सीटों पर, आजसू ने 5 सीटों पर जीत दर्ज की थी और एलजेपी हार गई थी. बाद में बीजेपी ने झारखंड विकास मोर्चा के 8 में से 6 विधायकों को तोड़कर पार्टी में शामिल कराया था. उसके बाद भी बीजेपी और आजसू ने पूरे पांच साल सरकार चलाई. बता दें, झारखंड में पांच चरणों में चुनाव होने हैं. पहले चरण के लिए 30 नवंबर को मतदान होना है और 23 दिसंबर को नतीजे आएंगे. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, आजसू ने चक्रधरपुर विधानसभा सीट से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ के खिलाफ उम्मीदवार उतार कर बातचीत के सारे रास्ते बंद कर दिए हैं. अब बीजेपी और आजसू के बीच गठबंधन की संभावनाएं लगभग समाप्त हो गई हैं.

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