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जिंक की गोली और ओआरएस घोल बचाएंगे बच्चों का जीवन: डॉ. अरूण कुमार

- जिला स्तरीय सशक्त दस्त नियंत्रण अभियान शुरू हनुमानगढ़। जिले में बच्चों को दस्त की स्थिति में जिंक की गोली और ओआरएस का घोल जीवन बचाता है। जिले में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से सशक्त दस्त नियंत्रण पखवाड़ा 15 जुलाई से 14 अगस्त तक मनाया जा रहा है। अभियान का जिला स्तरीय शुभारंभ गुरुवार को मक्कासर स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र में किया गया। कार्यक्रम में सीएमएचओ डॉ. अरूण कुमार, एसीएमएचओ डॉ. पवन कुमार, बीसीएमओ डॉ. ज्योति धींगड़ा, चिकित्साकर्मी, जनप्रतिनिधि, गांव के गणमान्य नागरिकगण एवं छोटे बच्चे उपस्थित थे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अरूण कुमार कहा कि अभियान के तहत दस्त लगने पर 5 साल तक के बच्चों को जिंक की गोली व ओआरएस घोल पिलाया जाएगा। विभाग 2014 से ही हर साल यह पखवाड़ा मना रहा है। आईडीसीएफ के तहत डायरिया रोकथाम व उचित प्रबंधन के लिए चिकित्सा संस्थान व समुदाय स्तर पर विभिन्न गतिविधियां की जा रही हैं। कार्यक्रम नोडल ऑफिसर एसीएमएचओ (परिवार कल्याण) डॉ. पवन कुमार ने बताया कि राज्य सरकार निर्देशानुसार जिलेभर में दस्त रोग की रोकथाम एवं उचित प्रबंधन के लिए गतिविधियां 14 अगस्त तक जाएगी। इस 1 माह के दौरान आशा सहयोगिनी के माध्यम से 5 साल से छोटे उम्र के बच्चों वाले घरों में दस्त रोकथाम में कारगर ओआरएस घोल के पैकेट व जिंक की गोलियां निःशुल्क वितरित की जाएंगी। इस दौरान ओआरएस बनाने की विधि, हाथ धुलाई, साफ-सफाई, स्तनपान, समय पर टीकाकरण एवं पर्याप्त पोषण की जानकारी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि अगर बच्चों को डायरिया में पहली दवाई के रूप में ओआरएस दे दिया, तो मृत्यु को रोका जा सकता है, जो मृत्यु डिहाइड्रेशन से होती है, वो पूरी तरह से रुक जाएंगी। उपस्थितजनों ने बच्चों को ओआरएस और जिंक की गोलियां वितरीत की। इस दौरान सोशल डिस्टेनिसंग का पालन किया गया।

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