taaja khabar..CJI को वकीलों का पत्र, मोदी बोले-धमकाना कांग्रेस की संस्कृति:600 वकीलों ने चीफ जस्टिस से कहा- न्यायपालिका खतरे में है, दबाव से बचाना होगा ..अरविंद केजरीवाल की बढ़ी ED रिमांड, कोर्ट में सीएम ने खुद दी दलीलें..लोकसभा चुनाव लड़ेंगे फिल्म स्टार गोविंदा? एकनाथ शिंदे की शिवसेना में हुए शामिल..केजरीवाल को CM पद से हटाने वाली याचिका खारिज, जानें दिल्ली HC ने क्या कहा..प्रकाश आंबेडकर ने संजय राउत पर बोला हमला, बोले- 'आपने पीठ में छुरा घोंपने का काम किया'..रक्षामंत्री बोले- सरकार अग्निवीर योजना में बदलाव को तैयार:सेना को युवाओं की जरूरत; कांग्रेस ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया, कहा- ये यूथ से धोखा..

खसरा-रूबेला टीकाकरण से जिले का कोई भी बच्चा ना छूटे- कलक्टर जिला कलक्टर श्री जाकिर हुसैन ने प्राइवेट स्कूल संचालकों से सहयोग की अपील की

हनुमानगढ़, 17 जुलाई। खसरा-रूबेला टीकाकरण से जिले का कोई भी बच्चा ना छूटे। इसके लिए जरूरी है कि इस खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान से जुड़े लोग अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएं। अधिकांश लक्षित बच्चे स्कूलों में अध्ययनरत हैं, इसलिए सभी सरकारी और निजी स्कूलों की इसमें सक्रिय सहभागिता आवश्यक है। ये कहना है जिला कलक्टर श्री जाकिर हुसैन का जो बुधवार को कलेक्ट्रेट में चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को 22 जुलाई से शुरू हो रहे खसरा-रूबेला अभियान को लेकर निर्देशित कर रहे थे। उन्होने स्कूलों में पेरेंट्स टीचर मीटिंग आवश्यक रूप से बुलाने और प्रार्थना सभा में इस अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी बच्चों को दिए जाने पर जोर दिया। साथ ही कहा कि सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में टीकाकरण से संबंधित पंफलेट समय पर पहुंच जाए। ताकि उन्हें बच्चों को परिजनों को दिया जा सके और टीकाकरण अभियान को लेकर कोई कंफ्यूजन ना रहे। इससे पहले खसरा रूबेला टीकाकरण अभियान को लेकर जिला परिषद सभागार में प्राइवेट स्कूल संचालकों के साथ हुई बैठक में जिला परिषद सीईओ श्री परशुराम धानका ने कहा कि सभी प्राइवेट स्कूल संचालक इस अभियान का सफल बना कर सामाजिक दायित्व निभाएं। सीईओ ने बताया कि खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान पूरे जिले में 22 जुलाई को शुरू हो रहा है। पहले दो सप्ताह तक सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को कवर किया जाएगा। उसके बाद एक सप्ताह आंगनबाड़ी केन्द्र और तत्पश्चात एक सप्ताह स्कूल न जाने वाले बच्चों को टार्गेट किया जाएगा। पांचवे सप्ताह में रिपीट एक्टीविटी की जाएगी। करीब पांच सप्ताह तक ये अभियान चलेगा। सीईओ ने सभी स्कूल संचालकों से कहा कि वे स्कूल में दो होर्डिंग लगाएं। एक स्कूल के द्वार पर और दूसरा सूचना पट्ट पर। ताकि सभी को इस अभियान के बारे में जानकारी मिले। सीएमएचओ डॉ अरूण चमड़िया ने बताया कि स्कूल में प्रत्येक 200 बच्चों पर एक टीम टीकाकरण करेगी। प्रत्येक टीम में एक टीकाकर्मी, एक आशा, एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और एक वॉलेंटियर रहेंगे। और कोशिश ये की जाएगी कि एक स्कूल मेंं एक दिन में ही ये टीकाकऱण हो जाए। जो स्कूल के बच्चे इस अभियान से छूट जाएंगे। उन्हें पास के स्कूल में होने वाले टीकाकऱण में शामिल कर लिया जाएगा। टीकाकरण में सरकारी, प्राइवेट, संस्कृत स्कूल, मदरसा, प्ले स्कूल, बोर्डिंग स्कूल, आर्मी और पुलिस स्कूल, दिव्यांग स्कूल इत्यादि को शामिल किया जाएगा। क्या है खसरा और रूबेला रोग- वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ एन एल आसेरी ने इसके बारे में जानकारी देते हुए बताया कि खसरा एक संक्रामक और जानलेवा रोग है। जो वायरस से फैलता है।ये रोग बच्चों की असमय मृत्यु और विकलांगता का मुख्य कारण है। प्रति वर्ष भारत में इस रोग से करीब 50 हजार बच्चों की मौत हो जाती है। देशी भाषा में इसे औरी कहा जाता है। इसी प्रकार रूबेला रोग को देशी भाषा में जर्मन ओरी कहा जाता है। ये रोग गर्भवती महिलाओं में होता है जो गर्भ में पल रहे भ्रूण व नवजात शिशु के लिए बेहद गंभीर हो सकता है। इससे बच्चा बहरा और अंधा पैदा हो सकता है। साथ ही गर्भपात और समय पूर्व प्रसव की संभावना रहती है। डॉ ने बताया कि दोनों ही गंभीर बिमारियों से बचाव का खसरा रूबेला टीकाकरण ही सबसे सरल, सुरक्षित और सर्वश्रेष्ठ इलाज है। पीआरओ श्री सुरेश बिश्नोई ने बताया कि जिस प्रकार भारत को पोलियो मुक्त किया गया है उसी प्रकार अब खसरा और रूबेला पर नियंत्रण के लिए हमारा देश कृत संकल्प है। देशभर में अब तक करीब 31 करोड़ बच्चों को ये टीका लगाया जा चुका है। अब हनुमानगढ़ के 9 माह से 15 वर्ष के 5 लाख बच्चों के ये टीका लगाया जाएगा। 40 वर्षों से ये टीका विश्व भर के देशों में लगाया जा रहा है।लिहाजा इस टीके को लगवाने में कोई भी झिझक ना करें। टीका किसे लगेगा और क्या सावधानी रखनी है--- अर्बन प्रोग्राम मैनेजर श्री जितेन्द्र राठौड़ ने जानकारी दी कि 9 माह से 15 वर्ष तक के सभी बच्चों को ये टीका लगाया जाएगा। चाहे पहले उन्होने ये टीका लगवा रखा हो। स्कूल में बच्चों को टीका लगाते समय ये ध्यान रखा जाए कि बच्चे भूखे पेट ना हो। साथ ही उन बच्चों को ये टीका नहीं लगाया जाएगा जिन्हें 102 डिग्री बुखार आ रहा हो या उनके कैंसर, एड्स इत्यादि गंभीर बिमारी की कोई दवा चल रही हो। इसके अलावा सभी बच्चों के ये टीका लगाया जाएगा। टीका लगाते समय बहुत कम होगा दर्द- अर्बन प्रोग्राम मैनेजर श्री जितेन्द्र राठौड़ ने बताया कि टीका दांये हाथे में चमड़ी में लगाया जाएगा लिहाजा दर्द बहुत कम होगा। ये दर्द उतना ही होगा जितना बच्चे न्यू पिंच के दौरान एक दूसरे के चिकोटी काटते हैं। टीकाकरण की खास बात ये भी कि इसमें जो सीरिंज इस्तेमाल की जाएगी वो ओडी सीरिंज होगी जो एक बार काम में लेने के बाद दूसरी बार किसी भी रूप में काम में नहीं ला सकेगी। सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को क्या व्यवस्था करनी होगी- एसीबीईओ हनुमानगढ़ श्री रोहिताश कड़वासरा, ने बैठक में बताया कि सरकारी और प्राइवेट स्कूल संचालक सबसे पहले तो प्रार्थना सभा में इस टीके के बारे में जानकारी बच्चों को दें। साथ ही पेरेंट्स टीचर मीटिंग बुलाकर बच्चों के परिजनों को भी इसके बारे में बताएं। उन्होने बताया कि जिस दिन स्कूल में टीकाकऱण होगा। उस दिन स्कूल संचालक एक टीम के लिए तीन रूम की व्यवस्था करे। एक रूम प्रतीक्षा कक्ष, दूसरा टीकाकरण कक्ष और तीसरा निगरानी कक्ष के रूप में कार्य करेगा। ध्यान रखने वाली बात ये है कि जिस कक्ष में टीकाकरण चल रहा है उसमें कोई दूसरा बच्चा उसे ना देखे और टीका लगने के बाद उसे निगरानी कक्ष में करीब आधे घंटे तक वहीं रखे। टीकाकरण के दौरान अभिभावक अगर स्कूल आना चाहें तो आ सकते हैं। शहर के व्यापारी और लायंस कलब करेगा अभियान में सहयोग - जिला परिषद में ही अभियान को लेकर सीईओ जिला परिषद ने शहर के व्यापारिक संगठनों और कैमिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें लायंस कलब के श्री प्रदीप गुप्ता ने करीब 1 लाख पंफलेट प्राइवेट स्कूलों में बांटने और दस होर्डिंग्स शहर में निशुल्क लगा कर अभियान में सहयोग करने की बात कही। इसी प्रकार व्यापार मंडल शिक्षण समिति की अध्यक्ष और व्यापारी श्री बालकृष्ण गोल्याण ने कहा कि वे जिला स्तरीय कार्यक्रम व्यापार मंडल स्कूल में करवाने को लेकर पूरा सहयोग करेंगे। इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन की रैपिड रस्पोंस टीम मेंबर डॉ मनीषा मंडल ने मंगलवार को अभियान के बारे में प्राइवेट स्कूल संचालकों को विस्तृत जानकारी देते हुए सहयोग करने की अपील की थी। डीपीएम श्रीमती रचना चौधरी ने कई स्कूलों में जाकर खसरा- रूबेला टीकाकरण अभियान के बारे में जानकारी दी। बैठक में सीईओ जिला परिषद श्री परशुराम धानका,सीएमएचओ डॉ अरूण चमड़िया,पीआरओ श्री सुरेश बिश्नोई, वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ एल एन आसेरी, एसीबीईओ हनुमानगढ़ श्री रोहिताश कड़वासरा, अर्बन प्रोग्राम मैनेजर श्री जितेन्द्र राठौड़, ड्रग कंट्रोल ऑफिसर सुखदीप कौर और अमनदीप, व्यापार मंडल शिक्षण समिति के अध्यक्ष श्री बालकृष्ण गोल्याण समेत बड़ी संख्या में प्राइवेट स्कूलों के प्रिंसिपल और संचालक उपस्थित थे।

Top News