यदि यह चिकित्सा संस्थान आपका अपना प्राइवेट अस्पताल होता, तो क्या आप उसकी कमियां दूर नहीं करते‘- धानका

हनुमानगढ़। जिला कलक्ट्रेट परिसर स्थित राजीव गांधी सेवा केन्द्र में जिला परिषद् के सीईओ श्री परशुराम धानका की अध्यक्षता में आज एक वीडियो कांफ्रेसिंग (वीसी) का आयोजन किया गया। वीसी में सीएमएचओ डॉ. अरुण कुमार, आरसीएचओ डॉ. विक्रम सिंह, डीपीएम रचना चौधरी, एनयूएचएम डीपीएम जितेन्द्र सिंह राठौड़, डीएनओ सुदेश जांगिड़, डेम महेन्द्र व्यास, आशा कॉडिनेटर संदीप कुमार व सीओ-आईईसी मनीष शर्मा उपस्थित थे। ब्लॉक स्तर से समस्त बीसीएमओ, बीपीएम, सीएचसी-पीएचसी के मेडिकल ऑफिसर्स व कम्प्यूटर ऑप्रेटर्स उपस्थित थे। वीसी में चिकित्सा विभाग की योजनाओं की समीक्षा की गई। जिला परिषद् सीईओ श्री परशुराम धानका ने वीसी में उपस्थित मेडिकल ऑफिसर्स से कहा कि आपके द्वारा किए जा रहे कार्यों के बावजूद भी योजनाओं की क्रियान्विति में समस्याएं आ रही है। आप अपने-अपने चिकित्सा संस्थानों के समस्त कार्यों की मोनिटरिंग करें और इनमें आ रही समस्याओं को प्रभावी ढंग से दूर करने का प्रयास करें। इन समस्याओं को दूर करने में आप जितनी मेहनत करेंगे, आपके चिकित्सा संस्थान की छवि सुधरेगी और जिले की रैकिंग अन्य जिलों से बेहतर रहेगी। चिकित्सा संस्थानों में इलाज करवाने आए मरीज डॉक्टर्स की तरफ आशा से देखते हैं। आपका अच्छा व्यवहार ही उनकी आधी तकलीफ कम देगा। हमारी यह कोशिश रहनी चाहिए कि योजनाओं का संबंधित रिकॉर्ड ऑनलाइन रजिस्टर्ड किया जाए। क्योंकि भारत सरकार व राज्य सरकार को समस्त योजनाओं की जानकारी ऑनलाइन भेजनी पड़ती है। इसलिए संबंधित कम्प्यूटर ऑपरेटर को नियमित डाटा फिडिंग करने के लिए प्रोत्साहित करें ताकि अधिक से अधिक रिकॉर्ड दर्ज हो सके। मुख्यमंत्री राजश्री योजना व जननी सुरक्षा योजना की पेण्डेंसी समाप्त करवाने के प्रयास करें। उन्होंने कहा कि योग दिवस को लेकर समस्त बीसीएमओ अपने-अपने ब्लॉक में तैयारियों का जायजा ले लें। एएनसी कार्य में पिछड़ रहे ब्लॉकों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि यदि यह चिकित्सा संस्थान आपका अपना प्राइवेट अस्पताल होता, तो क्या आप उसकी कमियां दूर नहीं करते। उन्होंने कहा कि कई ब्लॉकों में मई माह तक एएनसी का कार्य सही चल रहा था, पर क्या कारण है कि अब वहां पर कार्य नहीं हो रहा है। बीसीएमओ और मेडिकल ऑफिसर्स एएनएम द्वारा किए जाने वाले कार्यों की मोनिटरिंग करें तथा उनके कार्य के आधार पर ग्रेडिंग भी शुरू करें ताकि उनके कार्यों का मूल्याकन हो सके। उन्होंने कहा कि मेडिकल ऑफिसर्स को अपने पदस्थापन केन्द्र पर ही रहना होगा। विभाग ने पदस्थापन केन्द्र पर ही उनके रहने के लिए आवास की सुविधा दी हुई है। आप आवास स्थान को व्यवस्थित कर, वहीं पर ही रहना शुरू करें ताकि किसी को भी चिकित्सकीय सुविधा से वंचित ना रहने पड़े। श्री परशुराम धानका ने कहा कि चिकित्सा अधिकारियों को साथ ब्लॉकों में जाएंगे और वहां एएनएम के कार्यों का जायजा लेंगे। सीएमएचओ डॉ. अरूण कुमार ने कहा कि ब्लॉक स्तर पर आयोजित की जा रही बैठकों में बीसीएमओ, बीपीएम व मेडिकल ऑफिसर्स (एमओ) अपने चिकित्सा संस्थानों की समस्याओं पर चिन्हित करें और एजेण्डा बनाकर उन्हें दूर करने की कोशिश करें। सैक्टर बैठक में एमओ आरसीएच रजिस्टर आवश्यक रूप से चैक करें। कई एएनएम द्वारा एएनसी कार्याें में लापरवाही बरती जा रही है। मेडिकल ऑफिसर्स अपने अधीन कार्य करने वाली एएनएम के कार्यों की मोनिटरिंग करें व अपेक्षा के अनुरूप कार्य नहीं करने वाली एएनएम का लक्ष्य निर्धारित करें। उन्होंने कहा कि पीसीटीएस सॉफ्टवेयर में कम्प्यूटर ऑपरेटर्स द्वारा नियमित डाटा फिडिंग नहीं की जा रही है। कई ब्लॉकों द्वारा सिफलिस रिपोर्ट की फिडिंग करने में भी लापरवाही बरती जा रही है। जो ऑपरेटर नियमित ऐसा कर रहे हैं, उन्हें कार्य सुधारने के लिए एक मौका दिया जाए। इसके बावजूद यदि कोई लापरवाही बरतता है, तो उसकी सेवाएं समाप्त कर दी जावेंगी। उन्होंने कहा कि कई अधिकारियों द्वारा अवकाश लेने की जानकारी वर्ट्सअप पर भेजी जा रही है। इस तरह भेजी जाने वाली अवकाश सूचना को स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कई संस्थानों पर संस्थागत प्रसव नहीं हो रहे हैं। स्टॉफ होने के बावजूद व मोनिटरिंग के अभाव में संस्थागत प्रसव पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी इस तरह की वीसी आयोजित की जाती रहेगी।

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